मुकेश शर्मा, शाजापुर : शाजापुर जिले के सुंदरसी थाना क्षेत्र में रविवार रात को एक युवक का शव मिला, यह शव पांच से छह दिन पुराना बताया जा रहा था। इस शव की शिनाख्त जयसिंह गुर्जर निवासी समसखेडी जिला देवास के रूप में हुई। युवक के शव की शिनाख्त होते ही इस मामले में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए। युवक के परिजनों और समाजजनों ने शाजापुर में एडिशनल एसपी को ज्ञापन सौंपा और सुंदरसी थाना प्रभारी मनीषा शर्मा पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाएं।
समाज जनों ने बताया समाज के जयसिंह गुर्जर 21 दिसंबर को 5-6 युवकों के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे और सुंदरसी थाने के ग्राम सखेडी से निकल रहे थे,वहां के ग्रामीणों ने चोरी का आरोप लगा कर इन्हें पकड़ लिया। जयसिंह के बाकी साथी वहां से भाग निकले और जयसिंह पकड़ में आ गया। उस दिन से ही जयसिंह लापता था। समाजजनों ने इसकी शिकायत सुंदरसी थाने में भी की लेकिन थाना प्रभारी मनीषा शर्मा ने कोई कार्रवाई न करते हुए हमें ही धमकाना शुरू कर दिया और वहां उपस्थित समाजजनों के नाम लिखने लगी। थाना प्रभारी ने कहा मेरे क्षेत्र में चोरी की घटना हुई तो अंदर कर दूंगी।
ग्रामीण ने लगाया ट्रैक्टर चोरी का आरोप
इस मामले में ग्राम सखेडी के विकास प्रजापति ने 26 दिसंबर को थाना प्रभारी सुंदरसी के नाम ज्ञापन दिया और अपनी सुरक्षा की मांग की। ग्रामीण ने आवेदन में बताया 50-60 व्यक्ति मेरे घर पर आएं और जयसिंह के बारे में पूछताछ करने लगे। मैंने उन्हें बताया मुझे कोई जानकारी नहीं है। मुझे वे जबरन अपने साथ ले जाने लगे और कहा जयसिंह को बताओ। वे मेरे साथ कोई घटना घटित कर सकते थे, ग्रामीणों ने मुझे उनसे बचाया। 21 दिसंबर को रात्रि में कुछ युवक ट्रैक्टर चोरी करने की नियत से आएं थे और ट्रैक्टर ले जाने का प्रयास करने लगे। मैं और ग्रामीण आ गए, वे ट्रैक्टरछोड़कर भाग गए। इस मामले में मेरी जान को खतरा बना हुआ है। मेरे साथ कोई घटना घटित होती है तो उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
दोनों पक्ष लगा रहे आरोप-प्रत्यारोप
इस मामले में गुर्जर समाज के लोगों का कहना है समाज के जयसिंह 21 दिसंबर को समाज के 5-6 युवकों के साथ गया था, इसी दौरान ग्राम सकेडी में चोरी का आरोप लगाकर इन्हें घेर लिया। बाकी युवक वहां से बच निकले, केवल जयसिंह उनकी गिरफ्त में आ गया। पुलिस को शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। युवक का शव क्षत-विक्षत स्थिति में रविवार रात को मिला है। युवक की हत्या की गई है। पुलिस को जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। दूसरे पक्ष ने चौरी का आरोप लगाकर जान को खतरा बताया है।
जांच के लिए बुलाई फॉरेंसिक टीम
जांच के लिए उज्जैन से एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम को मौके पर बुलाया गया। टीम ने शाजापुर जिले अस्पताल पहुंचकर मृतक के शव का निरीक्षण किया और आवश्यक साक्ष्य एकत्र कर जांच की। वही डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी?
शाजापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के मामले में एसपी यशपाल सिंह राजपूत ने बताया कि मृतक का शव संदेहास्पद अवस्था में बरामद हुआ था। मामले की गंभीरता को देखते हुए शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसके बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया है। एसपी ने बताया कि परिजनों द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, उन्हें लेकर एक लिखित आवेदन दिया गया है। इस आवेदन के आधार पर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। जांच में यदि कोई भी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।