कुश अग्रवाल// बलौदा बाजार: छत्तीसगढ़ में प्रशासन भले ही बरसात के पूर्व जल निकासी और साफ-सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे करता हो लेकिन जमीनी हकीकत हर बार इन दावों की पोल खोल देती है। ऐसे ही एक खबर मंगलवार को हुई देर रात हुई तेज बारिश के बाद नगर पंचायत पलारी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में लगभग एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया, जिससे इलाज कराने आए मरीज, उनके परिजन और ड्यूटी कर रहे चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ जलभराव की समस्या से जूझते रहे।
नगर पालिका की लापरवाही उजागर:
स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.एस. ध्रुव ने बताया कि अस्पताल की बिल्डिंग काफी पुरानी है और सड़क की तुलना में नीचले स्तर पर स्थित है। ऊपर से सामने से गुजर रही नेशनल हाईवे की सड़क ऊंची होने की वजह से अस्पताल परिसर में सड़क का पानी सीधे घुस आता है। जिससे बारिश के बाद 4 से 5 घंटे तक जल निकासी में समय लग जाता है।डॉ. ध्रुव ने आगे बताया कि इस पानी को पंप की मदद से निकाला जा रहा है, लेकिन हर साल बारिश में यह समस्या आ जाती है। यह जिम्मेदार कहीं न कहीं नगर पालिका और एजेंसियों की लापरवाही को उजागर करता है, जो सिर्फ हर बार कागजी कार्रवाई और निर्देश तक ही सीमित रहती है।
छत से पानी टपकने की शिकायत:
अस्पताल की छत से कई जगह पानी टपकने की शिकायत मरीज करते है, जिससे मरीजों की सुरक्षा और इलाज की गुणवत्ता दोनों पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय नागरिकों और मरीजों के परिजनों ने मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इस पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दे, ताकि आने वाले दिनों में मरीजों को बुनियादी सुविधाओं के लिए बारिश में इस तरह परेशान न होना पड़े। अब देखना यह होगा कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर समस्या के स्थायी समाधान के लिए क्या ठोस कदम उठाते हैं।