PM Modi targeted Rahul Gandhi: संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ और आज 21 अगस्त को खत्म हो गया है। पक्ष और विपक्ष के बीच संसद के अंदर से लेक संसद के बाहर तक हंगामे की स्थिति दिखी है। हालांकि सत्र के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर में टी मीटिंग आयोजित की जहां पर किसी भी विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया। बता दें कि पीएम की टी मीटिंग से विपक्षी दलों नेबायकॉट कर दिया। इस मीटिंग में कोई भी नेता शामिल होने नहीं पहुंचा। लेकिन इस बैठक में एनडीए के नेता मोजूद रहे।
विपक्ष पर PM ने बोला हमला:
इस बीच मानसून सत्र को पीएम मोदी ने अच्छा बताया। साथ ही कई महत्वपूर्ण बिल भी पारित हुआ। इसके साथ ही ऑनलाइन गेमिंग बिल को पीएम मोदी ने बहुत अच्छा बताते हुए कहा कि, जनता पर इस बिल से अच्छा असर पड़ेगा। बच्चों और परिवारों को काफी मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि जिस पर चर्चा होनी थी यह वहीं बिल है। वहीं विपक्ष पर हमला बोलते हुए PM ने कहा कि चर्चा में बड़े-बड़े विधेयकों पर शामिल हो सकता था पर केवल व्यवधान डालने में ही वह लगे रहे।
युवा नेताओं के कारण घबराहट में राहुल गांधी:
पीएम ने कहा कि विपक्ष में खासकर कांग्रेस में सबसे अधिक प्रतिभाशाली युवा नेता मौजूद हैं लेकिन उन्हें गांधी परिवार की असुरक्षा के कारण कहीं बोलने का अवसर नहीं मिलता है। इन्हीं युवा नेताओं के कारण राहुल गांधी घबराहट में और असुरक्षित रहते हैं।
इन विधेयकों पर नहीं हो सकी चर्चा:
बता दें कि कमेटी बिजनेस एडवाइजरी ने तय किया था कि, मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में 120 घंटे चर्चा की जाएगी। लेकिन केवल 37 घंटे ही सदन में चर्चा हुई है, गतिरोध की भेंट 83 घंटे चढ़ गए हैं। इस दौरान 14 बिल पेश किए गए। इनमें से 12 बिल पास हो गए। इसके अलावा एक जनविश्वास बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेज दिया गया। दूसरा पीएम-सीएम रिमूवल बिल भी संयुक्त संसदीय समिति को भेज दिया गया। संसद में हंगामे के कारण ज्यादातर विधेयकों पर चर्चा नहीं हो सकी। इन बिलों को बिना चर्चा के ही पास कर दिया गया।