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Ujjain Nagchandreshwar : नागपंचमी पर होंगे भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन, खुलते है साल में एक बार पट

Ujjain Nagchandreshwar : नागपंचमी पर होंगे भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन, खुलते है साल में एक बार पट

Ujjain Nagchandreshwar : श्रावण मास की नागपंचमी तिथि पर इस साल भी श्रद्धालुओं को अद्वितीय सौभाग्य प्राप्त होने जा रहा है। उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर विराजमान भगवान नागचंद्रेश्वर के पट परंपरानुसार केवल साल में एक बार, नागपंचमी के दिन खोले जाते हैं। श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के गादीपति महंत विनीत गिरी जी महाराज ने जानकारी दी कि 28 जुलाई यानी आज की मध्यरात्रि 12 बजे अखाड़े के पदेन महंतों द्वारा भगवान नागचंद्रेश्वर के पट खोले जाएंगे और ठीक 24 घंटे बाद अगले दिन रात्रि 12 बजे पट पुनः बंद कर दिए जाएंगे।

त्रिकाल पूजा की दिव्य परंपरा

इस अवसर पर भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा की जाती है, अर्थात प्रातः, मध्यान्ह और संध्याकाल तीनों समय विशेष पूजन विधि होती है। यह पूजन महाकाल परंपरा के तत्काल पूजा पद्धति के अनुसार संपन्न होता है, जिसमें वैदिक मंत्रों के साथ विशेष अर्पण एवं अभिषेक किए जाते हैं।

देश का एकमात्र अद्वितीय विग्रह

महंत विनीत गिरी महाराज के अनुसार, यह विग्रह पूरे भारतवर्ष में अद्वितीय है। यहां भगवान शिव सर्प शैया पर विराजमान हैं और साथ में माता पार्वती, कार्तिकेय एवं गणेशजी भी स्थापित हैं। ऐसी मान्यता है कि यह विग्रह नेपाल से लाया गया था, और नेपाल में भी इस प्रकार का दुर्लभ विग्रह है। भारत में इससे मिलती-जुलती कोई दूसरी मूर्ति अब तक सामने नहीं आई है।

पौराणिक कथा से जुड़ी है परंपरा

बताया जाता है कि प्राचीन काल में यह सम्पूर्ण क्षेत्र महाकाल वन कहलाता था। यहां सर्प, पशु-पक्षी सहित अनेक जीव-जंतु स्वतः ही भगवान महाकाल के दर्शन हेतु आते थे। इस दौरान आम श्रद्धालुओं और तपस्वियों में भय का वातावरण बनता था। तभी यह परंपरा बनी कि भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन आम भक्त वर्ष में एक बार कर सकें। इसी कारण यह विग्रह महाकाल मंदिर के ऊपरी शिखर पर स्थित किया गया ताकि वर्ष में एक दिन आम श्रद्धालु सुरक्षित और सुव्यवस्थित दर्शन कर सकें।

लाखों श्रद्धालु करते हैं दर्शन

हर वर्ष नागपंचमी के दिन 5 से 7 लाख तक श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं। दर्शन की व्यवस्था मंदिर समिति और प्रशासन की निगरानी में होती है। दर्शन व्यवस्था को लेकर सुरक्षा, लाइन मैनेजमेंट और आपात मेडिकल सुविधा की भी तैयारी की जाती है।महंत विनीत गिरी जी महाराज ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि सभी भक्तजन सुरक्षा नियमों का पालन करें, संयम और श्रद्धा के साथ दर्शन करें, ताकि सभी को भगवान नागचंद्रेश्वर और भगवान महाकाल का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त हो सके।

5 करोड़ श्रद्धालुओं आने की संभावना

महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि नाग पंचमी पर्व पर आज रात 12:00 बजे तक खोले जाएंगे और रात 12:00 बजे पूजन के बाद आम दर्शनार्थियों के दर्शन कल रात 12:00 बजे तक यानी 24 घंटे जारी रहेंगे। दर्शनार्थ कर्कराज पार्किंग से प्रवेश कर हरसिद्धि मंदिर होते हुए चार नंबर गेट से प्रवेश कर नाग चंदेश्वर मंदिर पहुंचेंगे, जिनके लिए पानी की व्यवस्था जूता स्टैंड सहित सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। लगभग 5 श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना जताई है। 


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