ग्वालियर : मध्यप्रदेश में बड़े स्तर में घोटाले चल रहे है। जिसका खुलासा लगातार हो रहा है। फिर चाहे वो व्यापम हो, बर्तन हो या फिर सांप। इसी कड़ी में EOW ने पीएम जीवन ज्योति बिमा योजना में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए 20 करोड़ रुपये की हेरा फेरी को उजागर किया है। यह फर्जीवाड़ा सालों से ग्वालियर-चंबल संभाग में चल रहा था। जिसका खुलासा होने के बाद विभाग में हड़कप मच गया है।
फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र के ज़रिए किया गया बीमा घोटाला
बता दें कि शातिरों ने फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र के ज़रिए बीमा घोटाला को अंजाम दिया। जिसमे अधिकारियों के साथ साथ बीमा कंपनी के कर्मचारी भी मिले हुए थे। जिसकी जानकारी मिलते ही EOW ने ग्वालियर के बीमा कंपनी के कर्मचारी विवेक दुबे, जिग्नेश प्रजापति, दीपमाला मिश्रा और पंचायत सचिव सूरजराम कुशवाह, मानसिंह कुशवाह सहित कई लोगों पर मामला दर्ज कर आगे की जांच पड़ताल कर रहे है।
गरीबों को ऋण का लालच देकर लिए जाते थे दस्तावेज
EOW ने घोटाले को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि आरोपी गरीबों को ऋण का लालच देकर उनके दस्तावेज ले लेते है। इसके बाद दस्तावेजों के आधार पर फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाकर बीमा में नाम जुड़वाया जाता था। फिर सत्यापन कराकर बीमा कंपनियों से राशि ली गई है। मामले में ग्रामीण क्षेत्रों में सचिवों की साठगांठ सामने आई है।
1 हजार 4 संदिग्ध बीमा क्लेम मिले
EOW ने बताया कि उन्हें 1 हजार 4 संदिग्ध बीमा क्लेम मिले है। जिसके आधार पर शातिरों ने अब तक करीब 20 करोड़ रुपये की ठगी की है। मुरैना में 679 प्रकरणों में से 5 केसों में पहले से मृत लोगों को जीवित दिखा कर किया गया पंजीकृत। फिर दोबारा मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाकर लिया गया बीमा क्लेम। पूरे घोटाले की जांच आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम कर रही है।
पड़ताल में सामने आया सच
दरअसल पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना में बीमा राशि तब मिलती है जब मृत्यु से कम से कम एक माह पहले बीमा कराया हो। पड़ताल में सामने आया है कि पिछले कई साल से यह फर्जीवाड़ा चल रहा है।
इसमें शहरी क्षेत्र से ज्यादा ग्रामीण लोग इसका शिकार हुए हैं, जिनमें पंचायत के सचिवों को मृत्यु प्रमाण पत्र दिए जाने का अधिकार होता है। जांच कर रही टीम ने रजिस्ट्रार भोपाल (जन्म-मृत्यु) व ग्वालियर से मृत्यु प्रमाण पत्रों के संबंध में जानकारी मांगी है।
यह है योजना
2015 में शुरू हुई प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत बीमा कराने के लिए साल भर में मात्र 436 रुपये प्रीमियम देना होता है। 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्ति इस योजना के तहत अपना बीमा करा सकते हैं। सामान्य मृत्यु पर भी इसमें दो लाख रुपये बीमा क्लेम मिलता है।
इसी तरह मात्र 20 रुपये वार्षिक प्रीमियम पर 18 से 70 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत बीमा किया जाता है। इसमें दुर्घटना में मृत्यु होने पर चार लाख की राशि मिलती है। बीमा प्रीमियम की राशि हितग्राही के खाते से बैंक से स्वत: ही कट जाती है।