CM Mohan Yadav : मध्य प्रदेश में हो रही मूसलधार बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपदा प्रबंधन व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बुधवार को उन्होंने होमगार्ड मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की और अतिवृष्टि से प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से फोन पर बात की। इस दौरान सीएम ने राहत कार्यों को तेज़ करने और प्रभावितों तक जल्द से जल्द सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए।
कोताही बर्दाश्त नहीं : सीएम मोहन
सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों की बैठक में कहा है कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को किसी भी स्थिति में तत्काल राहत प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और राहत कार्यों में कोई भी देरी नहीं होनी चाहिए। इस बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, पुलिस और प्रशासन के सभी प्रमुख अधिकारी भी मौजूद थे।
नुकसान की होगी भरपाई
मोहन सरकार के कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना ने जानकारी देते हुए कहा है कि सीएम मोहन यादव ने बाढ़ से प्रभावित किसानों को लेकर भी निर्देश दिए हैं। किसानों को हुए नुकसान का जल्द से जल्द सर्वेक्षण कर उसका आकलन किया जाएगा। इसके बाद बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि किसानों को किसी भी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
2900 लोगों का रेस्क्यू
खबरों के अनुसार प्रदेश में अब तक लगभग 2900 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य जारी है। सीएम मोहन ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने राहत कार्यों में मदद की है, उन्हें 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार पूरी तरह से बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है और उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।