
रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जमकर भड़के। उन्होंने अनुशासनहीनता के मामले में कोई कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई। राज्य के बड़े नेताओं की चुप्पी को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। अध्यक्ष दीपक बैज को घेरते हुए कहा कि पार्टी में जो लोग उनके खिलाफ बयान देते हैं, उन्हीं लोगों के साथ अध्यक्ष चाय पीते हैं। राजीव भवन में सोमवार कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में यह बैठक आयोजित थी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज सहित कई पूर्व मंत्री, कई पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
'सरकार के खिलाफ सीधा हमला नहीं करते कुछ सीनियर नेता':
श्री बघेल ने कहा, मुख्यमंत्री पर सीधा हमले करने से हमारे ही कुछ सीनियर नेता बचते रहते हैं। वे राज्य के मुद्दों और सरकार के खिलाफ सीधा हमला नहीं करते। ऐसे में जनता के बीच हम अपनी मजबूत मौजूदगी कैसे दर्ज कराएंगे? मीडिया में बयान देना हो या फिर सोशल मीडिया पर कुछ लिखना या सड़क पर मुखर होकर उतरना या सदन में घेरना, कुछ नेता ऐसे हैं जो बड़े मौकों पर शांत रह जाते हैं, साधारण तरीके से विरोध दर्ज कराते हैं। अगर हमें जनहित के मुद्दों पर लड़ना है, राज्य सरकार के खिलाफ लड़ना है, तो सीधे सरकार को, मुख्यमंत्री को टारगेट करना होगा। अनुशासनहीनता के मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती। राजनांदगांव में एक नेता ने मेरे खिलाफ बयान दिया, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सीनियर नेताओं की पूछ परख नहीं:
वहीं बैठक के दौरान कुछ सीनियर नेताओं इस बात को लेकर भी नाराजगी जताई कि उन्हें तो किसी तरह की जिम्मेदारी ही नहीं दी जा रही है। पार्टी को सीनियर नेताओं के अनुभवों का लाभ लेना चाहिए, लेकिन देखने में यह मिल रहा है कि सीनियर नेताओं की ठीक से पूछ-परख नहीं हो रही है। ऐसे में समन्वय कैसे बनेगा?
बैज ने दी सफाईः
भूपेश की टिप्पणी के बाद पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने भी अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा, अपने ही मामले में कार्रवाई करना सही नहीं है। पार्टी में भी अनुशासन बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता पर कार्यवाही होती है वहीं कार्यकर्ताओं को भी संभालना होता है।
7 जलाई को छत्तीसगढ़ आएंगे खड़गे, वेणुगोपाल:
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की बड़ी रणनीति बनाई है। शराब घोटाला मामले में ईडी की ओर से सुकमा राजीव भवन को कुर्क करने, खाद, बीज समेत अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस की बड़ी समा होगी, जिसमें कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय महासविव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी छत्तीसगढ़ आएंगे। पोलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दौरे पर भी चर्चा हुई। 7 जुलाई को खड़गे छत्तीसगढ़ आएंगे। साथ ही केसी वेणुगोपाल भी छत्तीसगढ़ आएंगे।