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मंत्रिमंडल में तीन विधायक गजेन्द्र यादव, गुरु खुशवंत और राजेश अग्रवाल हुए शामिल, इन महत्वपूर्ण विभागों की मिलेगी जिम्मेदारी...

मंत्रिमंडल में तीन विधायक गजेन्द्र यादव, गुरु खुशवंत और राजेश अग्रवाल हुए शामिल, इन महत्वपूर्ण विभागों की मिलेगी जिम्मेदारी...

रायपुर:  छत्तीसगढ़ में लंबे समय के इंतजार के बाद आज साय कैबिनेट का विस्तार हो गया है। इस दौरान मंत्रिमंडल में तीन विधायक गजेन्द्र यादव, गुरु खुशवंत साहेब, और राजेश अग्रवाल शामिल हो गए हैं। राजभवन में नए मंत्रियों को राज्यपाल रमेन डेका ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। तीन विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। शपथ के बाद गुरु खुशवंत साहेब, गजेंद्र यादव, राजेश अग्रवाल मंत्री बन गए हैं। बता दें कि बीजेपी ने इन तीन विधायकों को शपथग्रहण के लिए आधिकारिक आमंत्रण दिया था।  

इन विभागों की मिलेगी जिम्मेदारी: 

वहीं दूसरी ओर सीएम और डिप्टी सीएम के कुछ विभाग कम होंगे। इसके अलावा बाकी अन्य मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव होगा। सूत्रों के अनुसार गजेंद्र यादव को स्कूल शिक्षा मिल सकता है, इसके साथ गुरु खुशवंत साहेब को तकनीकी शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है, वहीं राजेश अग्रवाल को पर्यटन और संस्कृतिक विभाग दिया जा सकता है। आइए जानते हैं उन्होंने कैसे की राजनितिक करियर की शुरुआत... 

विधायक गजेंद्र यादव:  

दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव के पिता बिसराराम यादव राष्ट्रीय स्वयं संघ से हैं। 15 जून 1978 को गजेंद्र का जन्म हुआ। उन संघ के कई उच्च पदों पर वे आसीन रहे हैं। वे राज्य  में मुख्य आयुक्त स्काऊट-गाइड रह चुके हैं। मुकुंद भवन कचहरी वार्ड उनका निवास रहा। पांचवीं तक की पढ़ाई उन्होंने मारवाड़ी स्कूल से की। मिडिल और हायर सेकंडरी की पढ़ाई मल्टीपरपस स्कूल से की। इसके बाद की पढ़ाई 21 की उम्र में साइंस कॉलेज से की।

ऐसे की करियर की शुरुआत:
 
1999 में गजेंद्र यादव सबसे कम उम्र के पार्षद चुनकर आए। उन्होंने महज 21 वर्ष की उम्र में चुनाव लड़ा और पांच बार के पार्षद व पूर्व उपमहापौर रहे खेमलाल सिन्हा को हराया। इतना ही नहीं वर्ष 2023 में हुए विधानसभा में पहली बार विधायक बने, और उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹4.27 करोड़ है। 

विधायक राजेश अग्रवाल:

अंबिकापुर  विधायक राजेश अग्रवाल आ. स्व. चांदीराम अग्रवाल की पत्नी सुनिता अग्रवाल सामान्य गृहणी है जबकि उनके पुत्र व एक पुत्री है। पुत्र पारिवारिक व्यवसाय को संभाल रहे है जबकि पुत्री पढ़ाई कर रही है। राजेश अग्रवाल के भाई विजय अग्रवाल ने भी जपं क्षेत्र क्रमांक 5 से जिला पंचायत का चुनाव जीता है। इसके साथ ही उनके भाई अजय अग्रवाल और रवि अग्रवाल भी व्यवसायी है।

उप सरपंच से राजनीतिक जीवन की शुरुआत:

अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल का जन्म लखनपुर बाजार पारा में 1967 में हुआ था। उन्होंने लखनपुर से ही अपनी 12वीं तक की शिक्षा हासिल की। राजेश अग्रवाल ने उप सरपंच से शुरुआत से ही कांग्रेस पार्टी में रहे और वर्ष 2000 में ग्राम पंचायत कुंवरपुर से उप सरपंच के रूप में अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। इसके साथ ही नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए उन्होंने वर्ष 2008 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था लेकिन एक वोट से हार गए। इसके बाद वर्ष 2014 से 2019 तक वे नगर पंचायत लखनपुर के अध्यक्ष रहे। अग्रवाल ने 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। 

राजेश ने सिंहदेव को 94 वोट से हराया था : 

राजेश अग्रवाल अंबिकापुर से भाजपा के विधायक है। विधानसभा चुनाव में पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को 94 वोटों से हराया। 2018 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। 2023 में पहली बार विधायक बने। राजेश अग्रवाल व्यवसाय से जुड़े रहे हैं। शुरुआती शिक्षा भोपाल में हुई। उनके पिता का नाम चांदीराम अग्रवाल है। राजेश अग्रवाल के पास कुल 10 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब:       

गुरु खुशवंत साहेब आरंग से भाजपा के विधायक हैं। उनका जन्म 27 मार्च 1989 जो हुआ, उम्र 36 वर्ष और अभी अविवाहित हैं। वह अनुसुचित जाति सतनामी से आते हैं। उनके पिता का नाम राजागुरू धर्मगुरू गुरू बालदास साहेब है। जो गुरूगद्दीनसीन, गुरूद्वारा भण्डारपुरीधाम और अखिल भारतीय सतनाम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। 
    
शिक्षा और राजनितिक करियर  :  

खुशवंत ने ग्रेजुएट इंजीनियरींग (मेकेनिकल) पोस्ट ग्रेजुएट - मास्टर इंजीनियरींग (टर्बो मशीनरी), पीएचडी-अध्यनरत हैं। उनका व्यवसाय सोशियल वर्क/कृषि/ (केडी ग्रुप-बिल्डर, मटेरियल सप्लायर) हैं। इसके अलावा वह अखिल भारतीय सतनाम सेना, युवा शक्ति संगठन और अखिल भारतीय सतनामी समाज के धर्मगुरू हैं।  उन्होंने भाजपा के लिए 2013 के चुनाव में जमकर काम किया था। लेकिन  2018 से पहले उन्होंने कांग्रेस ज्वाईन किया था। लेकिन उपेक्षा के आरोपों की वजह से वापस  2023 में भाजपा में शामिल हो गए। सतनामी समाज की आरंग विधानसभा सीट पर बड़ी आबादी है। यही कारण रहा कि समाज का खुशवंत साहेब को अपार समर्थन मिला है। 

कांग्रेस छोड़ भाजपा में हुए थे शामिल:

गुरु खुशवंत ने 2023 में मंत्री शिवकुमार डहरिया को हराकर विधायक बने। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में हुए थे शामिल। उनकी सतनामी समाज में गहरी पकड़ है। वे सतनामी समाज के धर्मगुरु और प्रमुख नेता हैं। गुरु खुशवंत साहेब ने की है एमटेक की पढ़ाई की है। वर्षों से समाज सेवा में सक्रिय हैं। वर्तमान सरकार में आरंग विधानसभा क्षेत्र कं. 52 से विधायक व उपाध्यक्ष है, पता ग्राम भंडारपुरी थाना खरोरा जिला रायपुर है।


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