होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

मानसून में आपको सता रही ज्वाइंट पेन की परेशानी, इन उपायों को अपनाने से मिलेगी राहत

मानसून में आपको सता रही ज्वाइंट पेन की परेशानी, इन उपायों को अपनाने से मिलेगी राहत

अर्थराइटिस के पेशेंट्स (arthritis patients) की परेशानी बारिश के मौसम (rainy season) में अकसर बढ़ जाती है। इससे उनके ज्वाइंट्स में सूजन (swelling in joints) और दर्द (pain in joints) होता रहता है। इससे राहत पाने के लिए आप यहां बताए जा रहे उपायों को आजमा सकते हैं।

क्या है अर्थराइटिस 
अर्थराइटिस (arthritis) यानी गठिया, जोड़ों (बोंस ज्वाइंट) से जुड़ी हुई समस्या है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति के शरीर के जोड़ों में दर्द और इसके कारण सूजन बनी रहती है। मानसून (monsoon) में यह समस्या बढ़ जाती है। इसलिए जोड़ों के दर्द से पीड़ित व्यक्ति को अपना विशेष ध्यान रखना जरूरी है। 
अर्थराइटिस रोग के प्रकार 
गठिया के कारण जोड़ों में अकड़न और दर्द के साथ सूजन हो जाती है। आमतौर पर दो प्रकार के अर्थराइटिस की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। ऑस्टियो अर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस से लोग ज्यादा पीड़ित होते हैं। यह परेशानी ज्यादातर 60-65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है। आमतौर पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं में और मोटे लोगों में यह समस्या ज्यादा होती है। ह्यूमिडिटी बढ़ने, वायुमंडलीय दबाव बढ़ने, तापमान परिवर्तन, ठंड और वर्षा के कारण समस्या बढ़ सकती है। इस दौरान एक या अधिक जोड़ों में सूजन आ सकती है, जिससे दर्द और कठोरता महसूस होती है। इसलिए मानसून के दौरान अपने जोड़ों की देखभाल और राहत पाने के लिए कुछ उपाय आजमा सकते हैं।
रेग्युलर एक्सरसाइज करने से होगी अर्थराइटिस की समस्या
रेग्युलर एक्सरसाइज करने से अर्थराइटिस की प्रॉब्लम में राहत मिलती है। विशेषज्ञ सप्ताह में कम से कम तीन बार 40-60 मिनट तक एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। इस दौरान स्ट्रेचिंग करें, वॉकिंग करें या योगाभ्यास कर सकते हैं। लेकिन आपको भारी व्यायाम करने से बचना चाहिए, ऐसा करने से जोड़ों में दर्द और चोट लग सकती है। इसलिए अच्छा होगा कि सही एक्सरसाइज के बारे में जानने के लिए आप किसी फिजियोथेरेपिस्ट से संपर्क कर सकते हैं।
गर्म-ठंडी सिंकाई करने से गठिया दर्द से मिलेगी राहत
बारिश के मौसम में गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए गर्म और ठंडी सिंकाई करना काफी आरामदेह हो सकता है। हीट थेरेपी, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है, जोड़ों की कठोरता और मांसपेशियों में दर्द से राहत देने में मदद कर सकती है। वहीं कोल्ड थेरेपी सूजन और दर्द को कम करती है। डॉक्टर की सलाह पर आप भी बारी-बारी से गर्म और ठंडी सिंकाई कर सकते हैं।
एयरकंडीशनर कमरे में रहने से बचें
आपको शायद यह पता न हो कि एयरकंडीशनर वाले कमरे में रहने से आपके जोड़ों की समस्या बढ़ सकती है, इसमें जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है। खासतौर पर नमी वाले बारिश के मौसम में एसी रूम में रहने से बचें।
ज्यादा पानी पिएं
बारिश के मौसम में जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए ज्यादा पानी का सेवन करें। अगर आप पर्याप्त पानी पीते हैं तो यह आपके जोड़ों की लोच यानी ज्वाइंट फ्लेग्जिबिलिटी बनाए रखने में मदद करेगा।
बैलेंस्ड डाइट लें
अर्थराइटिस से राहत के लिए आपको अपनी डाइट में सूजन-रोधी खाद्य पदार्थों यानी एंटीइनफ्लेमेटरी फूड्स को शामिल करना चाहिए। टमाटर, जैतून का तेल, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन, नट्स, बींस, अंडे, दही, एवोकाडो, जामुन, ब्रोकली, अलसी, साल्मन, गाजर, अदरक, अखरोट, अनानास खाएं। जंकफूड, पैक्ड फूड्स, शराब और धूम्रपान से दूर रहें।
गर्म पानी से नहाएं
बारिश के मौसम में अर्थराइटिस के पेशेंट्स को ठंडे के बजाय गर्म पानी से नहाना चाहिए। इससे रक्त संचार बेहतर होता है और मानसून के दौरान जोड़ों का दर्द कम होता है। 

डॉ. अभिषेक कुमार मिश्रा


संबंधित समाचार