Thunderstorm Safety Tips : मानसून की शुरूआत एक और भीषण गर्मी से राहत देता है, तो वहीं आकाशीय बिजली गिरने जैसी जानलेवा घटनाएं तेजी से बढ़ने लगती है। हर साल देशभर में सैकड़ों लोग इस प्राकृतिक आपदा के चलते अपनी जान गंवा बैठते है। हाल ही में बिहार के सीतामढ़ी में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक युवती रील बनाते समय बिजली गिरने की घटना से बाल बाल बच गई, लेकिन इस घटना ने लोगों को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया की आखिर बिजली गिरती क्यों है? अगर बिजली गिरती है तो उससे कैसे बचा जाए।
क्यों गिरती है बिजली?
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर बिजली गिरती क्यों है? तो आपको बता दें कि आकाशीय बिजली गिरने की प्रक्रिया पूरी तरह वैज्ञानिक है। जब बादलों के अंदर जल की बूंदें और बर्फ के कण आपस में टकराते हैं, तो घर्षण चलते विद्युत आवेश उत्पन्न होता है।वही बादल का निचला हिस्सा नेगेटिव होता है, जबकि धरती पॉजिटिव होती है। जिसके चलते बिजली एक चमकदार रेखा के रूप में धरती की ओर आकर्षित होती है। और इस मार्ग में पड़ने वाला कोई ऊंचा पेड़, मैदान, या फिर व्यक्ति पर बिजली गिर जाती है।
कहां सबसे ज्यादा गिरती है बिजली?
CROPC और भारतीय मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश देश में सबसे अधिक आकाशीय बिजली प्रभावित राज्य है। इसके बाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल का स्थान है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी बिजली गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
बिजली से बचने के उपाय!
बिजली चमकते ही खुले स्थानों से दूर हो जाएं और पक्की इमारत या वाहन में शरण लें। पेड़ों, बिजली के खंभों और ऊंची धातु वस्तुओं के पास खड़ा न हों। मोबाइल फोन, छाता या धातु की वस्तुएं साथ न रखें। अगर खुला मैदान है तो जमीन पर लेटने की बजाय दो पैरों पर झुककर बैठें। पानी में या उसके आसपास रहना खतरनाक हो सकता है।
पेड़ों पर क्यों गिरती है बिजली?
पेड़ आमतौर पर ऊंचे होते हैं और उनका विद्युत क्षेत्र वातावरण से अलग होता है। यही कारण है कि अक्सर आंधी-तूफान के समय पेड़ों पर बिजली गिरने की घटनाएं ज्यादा होती हैं। इसलिए जरूरी है कि आकाशीय बिजली को हल्के में न लें। सतर्कता और जानकारी इस बड़े खतरे से बचाव का उपाय है।