BENEFITS OF KISS : Kiss करने के है अनेक फायदे, बीमारियां रहती है दूर, जवानी रहती है बरकरार

BENEFITS OF KISS : Kiss करने के है अनेक फायदे, बीमारियां रहती है दूर, जवानी रहती है बरकरार

दुनिया भर में अक्सर लोग अपने प्यार को किस के जरिए जाहिर करते है। किस सिर्फ पार्टनर्स के बीच ही नहीं होता, एक मां अपने बच्चे को न जाने कितनी बार किस करती है. परिवार में बड़े लोग दादी नानी भी गालों पर बड़ी सी किस कर देती हैं। प्यार जताने का इससे अच्छा तरीका शायद ही कोई होगा। तो वही जब कपल एक दूसरे को किस करता है तो इससे प्यार के साथ-साथ कई तरह के शारीरिक और मानसिक फायदे भी मिलते हैं। जिन्हे शायद ही  आप जानते होंगे। तो चलिए आज हमको कुछ ऐसे ही हैरान करने वाले फायदे बताएंगे जिन्हे जानकार आप भी हैरान हो जाएंगे। 
 

किस करने से होते है अनेक फायदे

– किस करने से आपके ब्रेन में केमिकल्स का कॉकटेल रिलीज हो जाता है, जिससे आपके हैप्पी हार्मोन बूस्ट हो जाते हैं. लोगों को इससे खुशी महसूस होती है.

– किस करने से कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन का लेवल कम करने में मदद मिलती है, जिससे तनाव और एंजाइटी से काफी हद तक राहत मिल जाती है.

– किसी को चूमते वक्त आपकी हार्ट रेट बढ़ जाती है, जो ब्लड वेसल्स को डायलेट (dilate) करने में मदद मिलती है. इससे ब्लड फ्लो बढ़ जाता है और ब्लड प्रेशर तुरंत कंट्रोल हो जाता है.

– किस करने से आपका इम्यून सिस्टम बूस्ट हो जाता है. जब आप किसी को किस करते हैं, तब आपके मुंह में कुछ नए जर्म्स आ जाते हैं, जो इम्यूनिटी को इंप्रूव करने में मददगार साबित होते हैं.

– कपल्स के बीच में  रोमांटिक किस होने से शरीर में टोटल सीरम कोलेस्ट्रॉल में बढ़ोतरी होती है, इससे हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है. किस आपके दिल और दिमाग के लिए फायदेमंद होती है.

= कैलोरी घटाने के लिए भी किस करना फायदेमंद है। करीब एक मिनट की किस के दौरान दो से तीन कैलोरी बर्न होती है। इतना ही नहीं, इससे शरीर के मेटाबॉलिक रेट भी बढ़ जाती है।

= पैशन से भरी एक किस में 34 फेशियल मसल्स व शरीर की 112 पॉश्च्यरल मसल्स का इस्तेमाल होता है। इससे मांसपेशियां टाइट व टोन्ड रहती हैं। इससे चेहरे में रक्त का संचार तेज होता है और लंबे समय तक युवा दिख सकते हैं।

= चूमने के कारण रक्त वाहिकाओं के चौड़े होने पर शरीर में ब्लड फ्लो सुधर जाता है। इस कारण महिलाओं को पीरियड्स क्रैंप से राहत मिल जाती है और फील-गुड हॉर्मोन में बढ़ोतरी होती है।


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