छत्तीसगढ़ रेरा द्वारा विकसित सिंगल विंडो प्रणाली पूरे देश में लागू होगी। भारत सरकार, आवास एवं शहरी कार्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता में आयोजित विभिन्न राज्यों के रेरा अध्यक्षों एवं रेरा अपीलीय अधिकरणों के अध्यक्षों के वेबिनार में छत्तीसगढ़ रेरा द्वारा किए जा रहे कार्याें की सराहना की गई है। साथ ही छत्तीसगढ़ रेरा के सिंगल विंडो प्रणाली का मॉडल साझा करने का आग्रह किया गया, ताकि इस बेस्ट प्रेक्टिस को पूरे देश में लागू किया जा सके।
भारत सरकार द्वारा रेरा दिवस मनाने तथा कोविड-19 के रियल एस्टेट सेक्टर पर दुष्प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से आयोजित वेबिनार में छत्तीसगढ़ रेरा अध्यक्ष विवेक कुमार ढांढ ने सिंगल विंडो प्रणाली की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण द्वारा 11 मई से वेबेक्स का उपयोग करते हुए वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सुनवाई की जा रही है। प्राधिकरण ने अब तक 50 प्रकरणो में सुनवाई की है।
छत्तीसगढ़़ में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के लिए समस्त अनुमतियां एकल खिड़की प्रणाली से प्रदाय की जा रही है, जिससे अनुमतियां प्राप्त करने के लिए लगने वाला समय ढाई वर्ष से घटकर 6 माह हो गया है। इस कार्य के लिए सॉफ्टवेयर विकसित करने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इसका जल्द ही औपचारिक शुभारंभ किया जाएगा।
सर्टिफिकेट जारी करने व अपलोड करने की प्रक्रिया हुई सरल
विवेक कुमार ढांड ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्राधिकरण द्वारा 4 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स और एक रियल एस्टेट एजेंट का पंजीकरण किया गया है। प्राधिकरण के सुझाव रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के पूर्णता प्रमाणपत्र, छत्तीसगढ़ में पूर्णता प्रमाणपत्र एवं अधिभोग प्रमाणपत्र एक साथ जारी किया जा रहा है। चार्टर्ड एकाउंटेंट रेरा पोर्टल पर पृथक लोगिन आई-डी की व्यवस्था होने से चार्टर्ड एकाउंटेंट्स द्वारा सीधे पोर्टल पर ही त्रैमासिक उद्यतीकरण और वार्षिक लेखा परीक्षा रिपोर्ट से संबंधित चार्टर्ड एकाउंटेंट प्रमाण सर्टिफिकेट अपलोड किया जा सकता है, इससे सर्टिफिकेट जारी करने व अपलोड करने की प्रक्रिया सरल हुई है।
कांफ्रेंस में हुए शामिल
इस कांफ्रेंस में डीएस मिश्रा, सचिव, भारत सरकार, आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, छत्तीसगढ़ रेरा अध्यक्ष विवेक कुमार ढांड एवं अन्य राज्य के प्राधिकरणों के अध्यक्ष व विभिन्न भू-सम्पदा अपीलीय अधिकरण के चेयरमैन शामिल हुए।