पेशावर। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य के बाजौर में एक राजनैतिक रैली के दौरान विस्फोट हुआ। पुलिस ने इसे आतंकी हमला बताया है। ब्लास्ट के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने और रेस्क्यू करने टीम के साथ स्थानीय लोग भी जुट गए हैं। पुिलस के मुताबिक घटना बाजौर की खार तहसील की है। यहां सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल जमीयत उलेमा इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) की रैली चल रही थी। इस दौरान हुए ब्लास्ट में अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से अधिक लोग घायल हैं। जेयूआई-एफ एक कट्टर इस्लामी संगठन है और इसके तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और अफगान तालिबान से करीबी रिश्ते हैं।
जेयूआई-एफ की रैली में शामिल थे 500 लोग
खार में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल जेयूआई-एफ का कार्यकर्ता सम्मेलन चल रहा था। िजसे वरिष्ठ नेता हाफिज हमदुल्लाह संबोधित करने वाले थे, लेकिन वो यहां पहुंच नहीं सके। जानकारी के मुताबिक घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। मौके पर पांच एंबुलेंस पहुंच गई हैं। घटना बाजौर की खार तहसील की है, जहां शाम 4 बजकर 30 मिनट के करीब जबरदस्त विस्फोट हुआ। माना जा रहा है कि हमलावर पार्टी समर्थकों के बीच ही मौजूद था। इसलिए इसे फिदायीन हमला माना जा रहा है।
पहले भी हो चुका है हमला
हाफिज हमदुल्लाह ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस घटना की गहराई से जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस मसले को संसद में उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा, “मैं विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं। इसके पीछे के लोगों को संदेश देना चाहता हूं कि यह जिहाद नहीं बल्कि आतंकवाद है।” उन्होंने जोर देकर कहा, “आज की घटना मानवता और बाजौर पर हमला है। इस घटना की जांच की जानी चाहिए। यह पहला नहीं था जब जेयूआई-एफ को निशाना बनाया गया था। ऐसा पहले भी हो चुका है। हमारे कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया है।