G20 शिखर सम्मेलन: दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी एक बार फिर चर्चा का केंद्र बने। इस वर्ष दोनों नेताओं की यह तीसरी मुलाकात रही, जिसमें व्यापार, निवेश, रक्षा, तकनीक और रणनीतिक सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल भी मौजूद रहे।
रणनीतिक साझेदारी पर फोकस:
PM मोदी ने बैठक के बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, बातचीत का मुख्य फोकस व्यापार, एआई, अनुसंधान, नवाचार, अंतरिक्ष, रक्षा और सांस्कृतिक संबंधों को विस्तार देना रहा। दोनों नेताओं ने 2025–29 की संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया, जिसके जरिए दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं और नागरिकों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
एआई शिखर सम्मेलन 2026 को लेकर इटली का समर्थन:
बैठक के दौरान पीएम मेलोनी ने 2026 में भारत में आयोजित होने वाले ग्लोबल AI समिट के लिए अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। MEA के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2023–24 में भारत-इटली द्विपक्षीय व्यापार लगभग 15 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गया है। वहीं, वर्ष 2000 से अब तक इटली की ओर से भारत में लगभग 4 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया जा चुका है। G20 से पहले भी दिखी थी 'मित्रता वाली केमिस्ट्री' इससे पहले भी दोनों नेताओं की दोस्ताना बॉन्डिंग चर्चा में रही है। जून 2025: G7 समिट, कनाडा दिसंबर 2024: COP28, दुबई जहाँ मेलोनी ने मोदी के साथ सेल्फी शेयर कर कैप्शन लिखा था “Good friends at COP28.”G20 के पहले सत्र की तस्वीरें भी मेलोनी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थीं, जो तेजी से वायरल हुईं ।
भारत और इटली के रिश्तों में नया मोड़:
रक्षा सहयोग से लेकर शिक्षा, विज्ञान, अंतरिक्ष और आतंकवाद विरोध तक दोनों देशों ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच बढ़ते भरोसे और मजबूत होती कूटनीतिक साझेदारी का प्रतीक मानी जा रही है।