रायपुर: नए साल 2026 की शुरुआत यात्रियों के लिए परेशानी भरी साबित हो रही है। एक तरफ रेलवे की बड़ी तकनीकी परियोजना के चलते कई अहम ट्रेनें रद्द की जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर हवाई सेवाओं में अव्यवस्था ने यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों को अब वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
काजीपेट-बल्लारशाह रेलखंड में तीसरी लाइन का काम
रेलवे की ओर से काजीपेट–बल्लारशाह रेल सेक्शन में तीसरी लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान प्री नॉन-इंटरलॉकिंग की तकनीकी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसके कारण जनवरी और फरवरी में कुल 17 दिनों तक कई ट्रेनें रद्द रहेंगी।
26 जनवरी से 13 फरवरी तक कई प्रमुख ट्रेनें नहीं चलेंगी
रेलवे से प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 जनवरी 2026 से 13 फरवरी 2026 के बीच आधा दर्जन से अधिक प्रमुख ट्रेनें रद्द की गई हैं। इनमें सिकंदराबाद एक्सप्रेस, पटना–चलरपल्ली एक्सप्रेस, यशवंतपुर–कोरबा एक्सप्रेस सहित कई महत्वपूर्ण गाड़ियां शामिल हैं, जिससे यात्रियों की पहले से की गई योजनाएं बिगड़ गई हैं।
तीसरे दिन भी नहीं सुधरा एयरपोर्ट का हाल
इधर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर पर उड़ानों का संकट शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। DGCA के नए नियमों के चलते फ्लाइट शेड्यूल बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालात ऐसे रहे कि इंडिगो की करीब छह उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा।
दिल्ली और मुंबई सेक्टर पर सबसे ज्यादा असर
दिल्ली–रायपुर–दिल्ली रूट पर इंडिगो की पांच उड़ानें रद्द रहीं, जबकि मुंबई–रायपुर–मुंबई सेक्टर में शुक्रवार को एक भी नियमित फ्लाइट संचालित नहीं हो सकी। इसके अलावा अहमदाबाद, लखनऊ, कोलकाता और बेंगलुरु रूट की उड़ानें कई घंटों की देरी से पहुंचीं।
फ्लाइट रद्द होते ही टिकट महंगे
फ्लाइट कैंसिल होने के बाद दूसरी एयरलाइंस के टिकटों की कीमतों में 100 प्रतिशत तक बढ़ोतरी दर्ज की गई। यात्रियों के अनुसार 5–6 हजार रुपये वाले टिकट अचानक 12 से 15 हजार रुपये तक पहुंच गए।
मुंबई-रायपुर हवाई संपर्क पूरी तरह ठप
शुक्रवार को मुंबई और रायपुर के बीच एक भी फ्लाइट नहीं उड़ सकी। वहीं दिल्ली रूट पर इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को केवल एयर इंडिया की सीमित उड़ानों पर निर्भर रहना पड़ा।
कोलकाता-लखनऊ फ्लाइट के यात्री रायपुर में फंसे
कोलकाता से लखनऊ जाने वाली एक फ्लाइट भुवनेश्वर होते हुए रायपुर पहुंची, लेकिन यात्रियों को यहीं उतार दिया गया। लखनऊ ले जाने का वादा पूरा नहीं होने पर यात्रियों ने देर रात तक विरोध किया और एयरलाइन पर लापरवाही के आरोप लगाए।
हवाई संकट के बीच रेलवे स्टेशन पहुंचे यात्री
एयरपोर्ट पर बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए बड़ी संख्या में यात्रियों ने रेलवे स्टेशन का रुख किया। मांग बढ़ने पर रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेनें चलाईं, हालांकि इसके बावजूद ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट तेजी से बढ़ रही है।
शादी-ब्याह के सीजन में बिगड़ा ट्रैवल शेड्यूल
इस समय शादी-ब्याह का पीक सीजन चल रहा है। फ्लाइट और ट्रेन रद्द होने से कई बारातों, रिसेप्शन और पारिवारिक कार्यक्रमों का समय बिगड़ गया, जिससे यात्रियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
आज से हालात सुधरने की उम्मीद
तीन दिन बाद DGCA ने नियमों में कुछ राहत दी है। इसके बाद शनिवार से उड़ानों के संचालन में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। नए नियमों के चलते देशभर में इंडिगो की 100 से ज्यादा फ्लाइटें रोजाना रद्द हो रही थीं, जिससे रायपुर समेत कई एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली।