
अमेरिका: दुनिया में कई जगहें रहस्यमयी और चौंकाने वाली होती हैं, लेकिन एक ऐसी जगह भी है, जो अपने सन्नाटे के लिए जानी जाती है। यह जगह कहीं और नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के अमेरिका स्थित हेडक्वार्टर में है। इस खास कमरे को 'एनेकोइक चैंबर' (Anechoic Chamber) कहा जाता है और यह इतना शांत है कि यहां प्रवेश करते ही व्यक्ति को अपने दिल की धड़कन, हड्डियों के रगड़ने, और यहां तक कि खून के बहने की आवाजें भी सुनाई देती हैं।
क्या है इस कमरे की खासियत?
यह कमरा बाहरी दुनिया के हर शोर से पूरी तरह से कटा हुआ है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि बाहर की कोई भी आवाज भीतर प्रवेश नहीं कर सकती और अंदर की आवाजें भी दीवारों से टकराकर वापस नहीं आतीं। यही वजह है कि यह कमरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया का "सबसे शांत कमरा" घोषित किया गया है।
छह परतों से बनी है इसकी दीवारें
इस कमरे को कंक्रीट और स्टील की छह परतों से बनाया गया है। इसे तैयार करने में डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त लगा। कमरे की दीवारों और सतहों पर खास ध्वनि अवशोषक सामग्री का इस्तेमाल किया गया है, जिससे कोई भी ध्वनि प्रतिबिंबित नहीं होती।
क्यों होता है यह अनुभव इतना असहज?
इस कमरे में कुछ मिनट से ज्यादा रुकना बहुत से लोगों के लिए कठिन हो जाता है। दरअसल, जब बाहरी शोर बिल्कुल न हो, तो हमारा दिमाग शरीर के अंदर की आवाजों पर ध्यान देने लगता है — जैसे दिल की धड़कन, सांस लेने की गति, यहां तक कि पेट के अंदर की हलचल। कई लोगों को यहां सिरदर्द, चक्कर या घबराहट महसूस होती है।
माइक्रोसॉफ्ट क्यों करता है इसका इस्तेमाल?
माइक्रोसॉफ्ट इस एनेकोइक चैंबर का उपयोग अपने डिवाइस जैसे माइक्रोफोन, स्पीकर, और अन्य ऑडियो तकनीकों की टेस्टिंग के लिए करता है, ताकि उन्हें बाहरी शोर के बिना परखा जा सके।