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Budh Gochar 2025 : नागपंचमी पर बुध ने किया नक्षत्र परिवर्तन, इन 3 राशियों का गोल्डन पीरियड शुरू, भाग्य का मिलेगा भरपूर साथ

Budh Gochar 2025 : नागपंचमी पर बुध ने किया नक्षत्र परिवर्तन, इन 3 राशियों का गोल्डन पीरियड शुरू, भाग्य का मिलेगा भरपूर साथ

Budh Gochar 2025 : ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से नाग पंचमी का दिन बेहद खास है। इस दिन ग्रहों का अद्भुत संयोग बन रहा है। जिसकी वजह से आज कुछ राशियों की किस्मत चमक जाएगी। तो वही ग्रहों का यह गोचर कुछ राशि के जातकों पर अशुभ प्रभाव डालेगा। बता दें कि, नाग पंचमी पर बुध ग्रह ने मंगलवार शाम 4:17 मिनट पर पुष्य नक्षत्र में प्रवेश किया है। जिसके शासक कर्मफल दाता शनि हैं। यह परिवर्तन वैसे तो सभी राशियों के लिए शुभ है, लेकिन 3 राशियों के लिए बेहद खास है। जिसकी वजह से आगामी 25 दिनों तक इन 3 राशियों को किस्मत का भरपूर साथ मिलेगा। तो आइए जानें ये कौन सी है वो भाग्यशाली राशि  .... 

तुला राशि (Tula Rashi) 

तुला राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद ही शुभ रहने वाला है। करियर में नए मौके मिल सकते हैं। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी। नौकरीपेशा लोगों को नई जिम्मेदारियां के साथ-साथ पदोन्नति भी मिल सकती है। इनकम में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। बिजनेस करने वाले लोगों को बड़ी डील मिल सकती है।

मिथुन राशि (Mithun Rashi) 

मिथुन राशि के जातकों के लिए भी बुध की यह चाल अत्यंत थी लाभकारी सिद्ध होगी। पैसों से जुड़ी समस्याएं खत्म होगी। धन समृद्धि में वृद्धि के प्रबल योग बन रहे हैं। बिजनेस का विस्तार होगा। हर कार्य में सफलता मिलेगी। कोई भी नया काम शुरू करने के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में सफलता मिल सकती है। किस्मत आपका साथ देगी।

सिंह राशि (Singh Rashi)

सिंह राशि के जातकों को भी बुध के इस नक्षत्र गोचर से फायदा होगा। विदेश जाकर पढ़ाई करने या नौकरी करने का मौका मिल सकता है। धन लाभ और तरक्की के योग भी बनने वाले हैं। कर्ज से छुटकारा मिलेगा। बैंक बैलेंस भी बढ़ेगा। बुधदेव भाग्योदय भी करने वाले हैं।

नागपंचमी का महत्व

नाग पंचमी का हिंदू धर्म में बेहद ही विशेष महत्व होता है। सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को यह पर्व (Nag Panchami 2025) मनाया जाता है। इस साल 29 जुलाई को यह त्यौहार पड़ रहा है। इस दिन नाग देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। कालसर्प दोष, सर्प भय और सर्पदंश से मुक्ति के लिए अलग-अलग उपाय किए जाते हैं। सांपों को दूध पिलाने की परंपरा भी है। बुध नक्षत्र गोचर के अलावा कई अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं। करीब 44 साल बाद नाग पंचमी के दिन मंगला गौरी व्रत भी रखा जाएगा। इसके अलावा शिव योग, सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण भी हो रहा है। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5:41 बजे से लेकर 8:31 बजे तक रहेगा।


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