Morning Breaking: छत्तीसगढ़ में आज सियासी, प्रशासनिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को लेकर हलचल तेज है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आंध्र प्रदेश दौरा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का छत्तीसगढ़ आगमन, कर्मचारी–अधिकारी फेडरेशन का बड़ा आंदोलन और राज्य युवा महोत्सव जैसे अहम कार्यक्रम चर्चा में हैं।
मुख्यमंत्री साय का दौरा कार्यक्रम:
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज आंध्र प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। जिसके लिए सीएम साय दोपहर 1 बजे आंध्र प्रदेश के लिए रवाना होंगे। दोपहर 03:30 बजे अटल–मोदी स्मृति यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसकी वह आंध्र प्रदेश में कई स्थानीय कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। जिसके बाद शाम 7 बजे सीएम वापस रायपुर आएंगे। छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में प्रशासनिक फैसलों, कर्मचारी आंदोलन, पर्यटन विकास और सांस्कृतिक आयोजनों के चलते राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियां तेज रहने वाली हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का छग दौरा:
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत 24 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे प्रदेश की महत्वाकांक्षी परियोजना भोरमदेव कॉरिडोर का भूमिपूजन करेंगे। भोरमदेव कॉरिडोर की खास बातें ये है कि इस परियोजना को ₹142 करोड़ की लागत से बनाया गया है. जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही इस कॉरिडोर के बनने से भोरमदेव क्षेत्र पर्यटन, स्थानीय रोजगार और कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी।
छग कर्मचारी–अधिकारी फेडरेशन का बड़ा आंदोलन:
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बड़ा आंदोलन करने का ऐलान किया है। “काम बंद–कलम बंद” आंदोलन 29 से 31 दिसंबर नवा रायपुर सहित प्रदेशभर के शासकीय कार्यालय में की जाएगी. इस सदर्भ में नवा रायपुर में फेडरेशन की बड़ी बैठक आयोजित की गई ई. जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए। फेडरेशन की अपीलप्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने सभी कर्मचारियों से एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है। फेडरेशन ने प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में पूर्ण हड़ताल का आह्वान किया है।
छत्तीसगढ़ राज्य युवा महोत्सव का आयोजन:
प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा को मंच देने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। युवा महोत्सव बिलासपुर के बहतराई स्थित खेल प्रशिक्षण केंद्र 23 से 25 दिसंबर तक की जाएगी. इस प्रतियोगिताएं का आयोजन 14 विधाओं में किया जाएगा. जिसमें लोकनृत्य, लोकगीत, वाद-विवाद, चित्रकला, कविता लेखन सहित विभिन्न सांस्कृतिक व मंचीय प्रस्तुतियां और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।