नई दिल्ली: भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान ऐसा विश्व रिकॉर्ड बना दिया जो 148 वर्षों तक अटूट रहा। भारतीय टीम अब टेस्ट इतिहास की पहली ऐसी टीम बन गई है, जिसने एक ही सीरीज में सात बार 350 या उससे अधिक रन बनाए हैं। इससे पहले यह उपलब्धि (6 बार 350+ रन) अब तक ऑस्ट्रेलिया के नाम तीन बार रही लेकिन भारत ने उसका यह रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में भारत ने आठ पारियों में बल्लेबाजी की है और सिर्फ एक बार 350 रन का आंकड़ा पार नहीं कर पाई। फिलहाल पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में चार मैचों के बाद इंग्लैंड 2-1 से आगे है, लेकिन बल्लेबाजी के आंकड़ों में भारत पूरी तरह से हावी रहा है।
नई टीम, नया कप्तान और नया इतिहास:
भारतीय टीम की यह सफलता सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह एक संकेत है कि कैसे एक नई पीढ़ी के खिलाड़ी नेतृत्व की भूमिका निभा सकते हैं और दबाव की स्थिति में खुद को साबित कर सकते हैं। शुभमन गिल की कप्तानी में टीम ने अनुशासित, आक्रामक और रणनीतिक क्रिकेट खेला। इस रिकॉर्ड तक पहुंचने का श्रेय केवल टॉप ऑर्डर को नहीं जाता, बल्कि मिडिल और लोअर ऑर्डर बल्लेबाजों ने भी उपयोगी योगदान दिए।
गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने दिखाया दम:
इंग्लैंड दौरे के लिए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी शुभमन गिल को सौंपी गई है और वे पहली बार इस भूमिका में हैं। टीम में कई नए चेहरे शामिल हैं क्योंकि अनुभवी खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं। इसके अलावा टीम को कई चोटों का भी सामना करना पड़ा। इन सबके बावजूद भारतीय टीम ने इंग्लैंड की सरजमीं पर दमदार खेल दिखाया और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया।