
भोपाल : मध्यप्रदेश में सोयाबीन के बाद मूंग की खरीदी समर्थन मूल्य पर करने को लेकर किसान लगातार आवाज उठा रहे है। लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी के लिए पंजीयन शुरू न करने से किसान काफी चिंतित है। इधर, किसानों की परेशानी को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए धोखाधड़ी के आरोप लगाए है।
किसानों की मांग सर्वथा वैध और न्यायोचित
कमलनाथ ने सोशल मीडिया एक्स पर सरकार को घेरते हुए लिखा कि मूंग के किसानों की मांग पर सरकार बिलकुल ध्यान नहीं दे रही है। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी की मांग कर रहे हैं जो सर्वथा वैध और न्यायोचित है। सरकार हर साल मूंग की खरीद करती है और केंद्र तथा राज्य सरकार की तरफ से अपना-अपना कोटा भी निर्धारित किया जाता है। लेकिन मूंग दाल की खरीद करना दूर तो सरकार इस संबंध में एक भी शब्द नहीं बोल रही है।
मूंग दाल की खरीद प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए
कमलनाथ ने आगे लिखा कि किसान लगातार शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर अपनी मांग दोहरा रहे हैं। पहले किसानों को मूंग की दाल का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करना और उसके बाद दाल खरीदने से मुकर जाना, सरकार का किसानों के साथ धोखा है। मैंने पहले भी मांग की है और फिर से दोहराता हूं कि सरकार तत्काल मूंग दाल की खरीद प्रक्रिया शुरू करे और किसानों को सरकार द्वारा निर्मित संकट से मुक्त कराए।
मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8682 रुपये प्रति क्विंटल
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने इस सीजन के लिए मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8682 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। वहीं, यह मूंग बाजार में मूंग 6000 से 7000 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर बिक रहा है।