
उडुपी पहुंचे PM मोदी: श्रीकृष्ण मठ में किया 1 लाख लोगों संग गीता पाठ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 29 नवंबर 2025 को कर्नाटक के एकदिवसीय दौरे पर उडुपी पहुंचे। यहां जगद्गुरु श्री श्री सुगुनेंद्र तीर्थ स्वामीजी ने विश्व गीता पर्याय लक्ष्य कंठ गीता परायण कार्यक्रम में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम में पीएम मोदी को विशेष रूप से सम्मानित भी किया गया।
उडुपी भाजपा की कर्मभूमि—पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उडुपी भाजपा और जनसंघ के सुशासन मॉडल की ऐतिहासिक कर्मभूमि रही है। उन्होंने अपने भाषण में यह भी याद दिलाया कि 25 नवंबर को अयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर में धर्म ध्वजा स्थापना का पवित्र क्षण पूरे देश के लिए भावनात्मक था।
श्रीकृष्ण मठ में सुवर्ण तीर्थ मंडप का लोकार्पण
उडुपी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने श्रीकृष्ण मठ के गर्भगृह में बने सुवर्ण तीर्थ मंडप का उद्घाटन किया और कनकवा किंडी के लिए कनक कवच (सोने का आवरण) अर्पित किया। यह वही प्राचीन मठ है जिसकी स्थापना 800 वर्ष पूर्व द्वैत दर्शन के प्रवर्तक श्री माधवाचार्य ने की थी।
1 लाख लोगों ने एक साथ किया गीता पाठ
कार्यक्रम की विशेषता थी कि 1 लाख लोगों ने सामूहिक रूप से गीता के श्लोकों का पाठ किया। पीएम मोदी ने कहा कि यह दृश्य न केवल भारतीय संस्कृति की दिव्यता को दर्शाता है, बल्कि विश्व को भारत की आध्यात्मिक एकता का संदेश भी देता है।
पीएम मोदी का आध्यात्मिक संदेश
प्रधानमंत्री ने रामचरित मानस की पंक्ति— “कलियुग केवल हरि गुन गाहा, गावत नर पावहिं भव थाहा” का उल्लेख करते हुए कहा कि— कलियुग में भगवान के नाम और लीला का कीर्तन ही सबसे आसान और सर्वोच्च साधन है। उन्होंने कहा कि जब इतना विशाल समूह एक साथ गीता का पाठ करता है तो एक दिव्य ऊर्जा उत्पन्न होती है जो मन और मस्तिष्क को नई शक्ति देती है।
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