
विमला देवी शक्तिपीठ पुरी: जहाँ गिरा था देवी सती का नाभि भाग प्राचीन काल से शक्ति-उपासना का महत्वपूर्ण केंद्र...
52 Shaktipeeths 35 Vimala Devi Shaktipeeth: ओडिशा के पुरी में स्थित विमला देवी शक्तिपीठ 52 शक्तिपीठों में से एक प्रतिष्ठित स्थान है। यह शक्तिपीठ जगन्नाथ मंदिर परिसर के भीतर स्थित है और माना जाता है कि यहां देवी सती का नाभि-भाग गिरा था। इसी कारण इसे प्राचीन काल से शक्ति-उपासना का महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है।
कहाँ स्थित है विमला देवी शक्तिपीठ:
विमला देवी शक्तिपीठ ओडिशा के पुरी जगन्नाथ मंदिर परिसर में स्थित है, इसका क्षेत्रीय नाम उत्कल शक्तिपीठ या पुरी शक्तिपीठ यह मंदिर सीधे जगन्नाथ मंदिर के पीछे स्थित है और यहां दर्शन के लिए जगन्नाथ मंदिर परिसर के अंदर प्रवेश करना होता है।
धार्मिक महत्व:
देवी सती का नाभि भाग इसी स्थल पर गिरा था शक्ति पुराण के अनुसार, जब भगवान शिव तांडव करते हुए सती के शरीर को लेकर पूरे ब्रह्मांड में घूम रहे थे, तब विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर के अंगों को पृथ्वी के विभिन्न स्थानों पर गिराया। पुरी में वह स्थान है जहाँ सती का नाभि-अंश गिरा था, इसलिए यह स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है।
देवी विमला जगन्नाथ महाप्रसाद की प्रथम भोगिनी:
देवी विमला जगन्नाथ महाप्रसाद की प्रथम भोगिनी है, पुरी में एक अनोखी परंपरा है कि जगन्नाथ मंदिर का भोग पहले देवी विमला को अर्पित किया जाता है। देवी को भोग स्वीकार करवाने के बाद ही वह प्रसाद ‘महाप्रसाद’ कहलाने योग्य होता है। यह परंपरा बताती है कि जगन्नाथ मंदिर में शक्ति और भक्ति का अद्वितीय संगम है।
मंदिर की प्राचीनता व निर्माण शैली:
इस शक्तिपीठ का इतिहास सतयुग से जुड़ा माना जाता है। मंदिर का निर्माण बलुआ पत्थर और लेटराइट से हुआ है। बाहरी दीवारें पाँच विशिष्ट भागों में विभाजित हैं, जो ओडिशा की कला और वास्तुकला को दर्शाती हैं। इसका मुख्य शिखर ‘रेखा देउला’ शैली में बना है और लगभग 60 फीट ऊँचा है।
देवी विमला की पूजा-परंपरा:
देवी विमला को दुर्गा, पार्वती और आदिशक्ति का स्वरूप माना जाता है। नवरात्रि और विशेष शक्ति-अनुष्ठान के समय यहां अत्यधिक भीड़ रहती है। श्रद्धालु महाप्रसाद का सेवन कर स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हैं। विमला देवी शक्तिपीठ सिर्फ ओडिशा ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के भक्तों के लिए एक आस्था-केंद्र है। जगन्नाथ मंदिर में महाप्रसाद की परंपरा और सती का नाभि-स्थल होने के कारण इस स्थल का महत्व और भी बढ़ जाता है। यदि आप पुरी दर्शन के लिए जाते हैं, तो विमला शक्तिपीठ के दर्शन अवश्य करें।
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