GUJRAT ; आम आदमी पार्टी की मान्यता को रद्द कराने को लेकर 57 रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा हैं। नौकरशाहों ने लेटर में 3 सितंबर को राजकोट में हुई अरविंद केजरीवाल की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात को लेकर कहा हैं । उन्होंने लिखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों को आप पार्टी की जीत के लिए काम करने की बात को बार-बार दोहराया है।
ब्यूरोक्रेट्स का कहना है कि किसी भी स्टेट में सिविल सर्वेंट का काम सिर्फ सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना होता है। उनका राजनीति से कोई संबंध नहीं होता। वे किसी दल के लिए काम नहीं कर सकते, लेकिन CM केजरीवाल अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बार उनसे पार्टी के लिए प्रचार करने की बात कही है।
नौकरशाहो ने कहा कि गुजरात के सरकारी कर्मचारियों का इस्तेमाल केजरीवाल अपनी पार्टी प्रचार के लिए कर रहे हैं। केजरीवाल ने आने वाले चुनाव में होमगार्ड, पुलिसकर्मियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सरकारी ड्राइवरों से पार्टी के लिए काम करने की अपील की है।
नौकरशाहो ने कहा कि केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी को समर्थन मिलने पर मुफ्त में बिजली, शिक्षा और महिलाओं के खाते में 1000 रुपए डालने की बात कही है। जबकि केजरीवाल की इस नीति को अधिकतर नौकरशाह गलत मान रहे हैं। इतना ही नहीं केजरीवाल ने कई बार सरकारी कर्मचारियों को भी लालच देकर पार्टी के लिए काम करने की अपील भी की है। इन्हीं सभी बयानों को देखते हुए चुनाव आयोग से आम आदमी पार्टी की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है।