Parliament Winter Session Day 13: राजधानी दिल्ली में आज संसद के शीतकालीन सत्र का आज 13वां दिन है, जहां विपक्षी दलों का जी राम जी बिल को लेकर खूब विरोध देखा गया. दरअसल सरकार ने लोकसभा में तीन अहम विधेयक मंगलवार को पेश किया है, जिनमें जी राम जी बिल, सबक बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) बिल 2025 और द रिपीलिंग एंड अमेंडमेंट बिल शामिल हैं. विपक्ष ने मनरेगा का नाम बदलकर जी राम जी बिल किए जाने के प्रस्ताव को लेकर तीखा विरोध जताया. इस मुद्दे पर सदन के भीतर और बाहर विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है.
लोकसभा में पेश हुए ये तीन महत्वपूर्ण विधेयक:
सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में विकसित भारत–गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 (जी राम जी बिल), सबका बीमा, सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) विधेयक, 2025, द रिपीलिंग एंड अमेंडमेंट बिल विधेयक पेश किए हैं, जिस पर सरकार का कहना है कि इन विधेयकों का उद्देश्य रोजगार, सामाजिक सुरक्षा और प्रशासनिक सुधारों को मजबूती देना है, जबकि विपक्ष इसे अधिकार आधारित व्यवस्था को कमजोर करने वाला कदम बता रहा है।
मनरेगा नाम विवाद पर विपक्ष का हमला:
मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर सीधा हमला बोला। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आरजेडी सहित कई दलों ने इसे ऐतिहासिक विरासत से छेड़छाड़ करार दिया। आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने कहा कि योजना के तहत केंद्र-राज्य फंडिंग अनुपात को 90:10 से 60:40 करना और अधिकार आधारित दृष्टिकोण को खत्म करना गरीबों के हितों पर सीधा हमला है।
राहुल गांधी और भाजपा के बीच जुबानी जंग:
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर भाजपा सांसद राजकुमार चाहर ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हताशा में बिना मुद्दे के विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत–जी राम जी’ नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत संकल्प को दर्शाता है और इसमें बड़े सुधार किए गए हैं।
समाजवादी पार्टी और टीएमसी की प्रतिक्रिया:
रामगोपाल यादव (सपा) ने सवाल उठाया कि जब योजना वहीं है तो महात्मा गांधी का नाम हटाने की जरूरत क्यों पड़ी। राजीव राय (सपा) ने कहा कि गांधी को कागजों से मिटाया नहीं जा सकता, वे देश की आत्मा में बसे हैं। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने SIR ड्राफ्ट वोटर लिस्ट को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाते हुए पूरी प्रक्रिया को मजाक बताया।
संसदीय समितियों की रिपोर्टों पर चर्चा:
आज के सत्र में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल और जितिन प्रसाद अपने-अपने मंत्रालयों से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज सदन के पटल पर रखा। इस बीच विभिन्न संसदीय समितियों की रिपोर्टों पर चर्चा हुई, जिनमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण पर समिति की छठी रिपोर्ट भी शामिल है।
आगे और गरमाने के आसार:
‘जी राम जी’ बिल को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव और तेज होने के संकेत दे रहा है। विपक्ष ने साफ कर दिया है कि वह मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने के फैसले को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा।