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टीकाकरण के एक साल पूरे : 9 महीने में कीर्तिमान, 66 करोड़ पूर्ण वैक्सीनेशन...

टीकाकरण के एक साल पूरे : 9 महीने में कीर्तिमान, 66 करोड़ पूर्ण वैक्सीनेशन...

रायपुर. टीकाकरण के एक साल पूरे हो चुके हैं. पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने टीकाकरण के बारे में सिलसिलेवार जानकारी दी. अजय चंद्राकर ने कहा कि 16 जनवरी को टीकाकरण की शुरुआत हुई. आज एक साल पूरा हुआ है. टीकाकरण की दृष्टि से क्रमवार देखा जाए तो सबसे पहले पीएम ने देश के डॉक्टर्स, फ्रंटलाइनर्स ने वह कर दिखाया जिसकी उपलब्धि पूरी दुनिया मान रही है. इसका कारण यह है कि जब कोरोना की पहली लहर आई तब किसी को इससे निपटने का तरीका नहीं पता था. देश का एक वर्ग सिर्फ इसकी आलोचना करता था. लेकिन सारी आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए भारत ने एक कीर्तिमान बनाया. टीकाकरण में 157 करोड़ को पहला, 66 करोड़ पूर्ण वैक्सीनेशन हो चुके हैं. ग्रामीण इलाकों में 99 करोड़, फ्रंटलाइन 60 से ऊपर वालों को बूस्टर डोज 11 करोड़, 15 से 18 साल वालों को 10 दिनों में 3 करोड़ वैक्सीन लगा.सितंबर में 24 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगी.

पीएम के जन्मदिन पर 1 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगी. भारत ने सिर्फ 9 महीने में टीकाकरण में इतिहास रचा. भारत में टिटनेस का टीका 54 साल बाद शुरू हुआ, लेकिन दृढ़ निश्चय के रूप में बाधाओं को दूर करके 30 बैठकें लेकर पूरी दुनिया में वैक्सीनेशन में दुनिया में नेतृत्व कर रहा है. भारत में टीकाकरण को लेकर आगे भी ऐसी ही उम्मीद करते हैं. छत्तीसगढ़ में अगर टीकाकरण हुआ है तो उसका श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है. विपक्ष सिर्फ विरोध में लगा रहा. अखिलेश यादव ने तो भाजपा की वैक्सीन बताई थी. समाजवादी की वैक्सीन बनाने की बात करते थे.

शशि थरूर ने तो वैज्ञानिकों की सफलता तक पर भी सवाल उठाए. इसके बाद भी सरकार अपने रास्ते पर चलती रही. उसके बाद विपक्ष के स्वर बदले. 17 सितंबर को वैक्सीन को लेकर जो मीटिंग हुई जिसमें छग और बंगाल के सीएम शामिल नहीं हुए. ऐसे विपक्ष कभी नही देखा. वैक्सीन को रोककर रखने वाले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मानवता के अपराधी हैं.

देश में छग के एक मात्र मुख्यमंत्री है जिन्होंने सेस लगाया लेकिन किसी को हिसाब नहीं बताया. चंद्राकर ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि पहली, दूसरी और तीसरी लहर आ गई तो सेस का पैसा कहां है. मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने छग के जनजीवन को खतरे में डाला. रोड सेफ्टी सीरीज कहीं नहीं हुई लेकिन उसको छग में कराया गया. छग में कोरोना को नियंत्रण करने के बजाय बढ़ावा दिया गया. केंद्र से जो ऑक्सीजन मिले उसको मेंटेन करने तक के लिए पैसा नही है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर उत्तर प्रदेश में हुई एफआईआर मामले पर बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि चुनाव, आयोग के नियंत्रण में होता है. निर्वाचन आयोग द्वारा जो दिशा निर्देश दिए गए हैं उसका पालन किया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री के सवाल पर अजय चंद्राकर ने कहा कि चुनाव आयोग सभी प्रचार की वीडियोग्राफी कराता है.


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