
भोपाल। प्रदेश में शुक्रवार को भी लगातार तीसरे दिन मौसम का मिजाज बदला रहा। भोपाल, इंदौर, देवास, उज्जैन, रतलाम और गुना में तेज हवाओं और गरज चमक के साथ तेज बारिश हुई। कुछ जिलों में ओले भी गिरे। इसके अलावा रायसेन, विदिशा, उमरिया, नर्मदापुरम, हरदा और खरगोन में भी पानी गिरा। पिछले 5-6 दिन से प्रदेश के अलग-अलगइलाकों में बारिश ओले गिरने का दौर जारी है। इससे दिन के साथ ही रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 25 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले 3 दिन तक आंधी, बारिश और ओले का दौर जारी रह सकता है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे अधिकतम तापमान 41.8 पृथ्वीपुर तो सबसे कम न्यूनतम तापमान सागर में 15.5 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में भी दिनभर धूप रहने से तापमान आठ डिग्री बढ़कर 31 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने पहली बार लोगों को मोबाइल पर मैसेज भी भेजे। आधे घंटे के अंतराल में 2 मेसेज भेजे गए।
अप्रैल में पहली बार सिस्टम स्ट्रांग: अप्रैल में पहली बार साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से स्ट्रांग सिस्टम एक्टिवेट है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी भी आ रही है। इस कारण आंधी, बारिश, ओले और आकाशीय बिजली की स्थिति बनी है। बेमौसम वर्षा से तपिश से तो राहत मिल गई है, लेकिन यह मौसम किसानों के लिए आफत से कम नहीं है। इससे खेतों में कटकर रखी फसल के बर्बाद होने की आशंका है।
17 अप्रैल तक आंधी-बारिश
मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि 12-13 अप्रैल को एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होगा। इससे मौजूदा सिस्टम और भी मजबूत हो जाएगा। ऐसे में 17 अप्रैल तक आंधी-बारिश का दौर जारी रह सकता है और कई जिलों में इसका असर भी देखने को मिलेगा। शनिवार को बादल छाने के साथ ही कहीं-कहीं हल्की बारिश होगी तो वहीं 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। खंडवा, बुरहानपुर, पांढुर्णा, रायसेन के भीमबेटका और सांची, विदिशा के उदयगिरि, सागर, दमोह, जबलपुर, बालाघाट, नरसिंहपुर, छतरपुर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, खरगोन, हरदा, अशोकनगर और भोपाल में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
दिन में धूप, शाम को छाये घने बादल, रात 9 बजे सेे गरज-चमक के साथ बरसे, 9 डिग्री गिरा पारा
राजधानी भोपाल में शुक्रवार रात नौ बजे के बाद गरज-चमक के साथ बारिश के साथ तेज हवा चली। इससे कई इलाकों की बिजली गुल हो गई। इससे पहले शुक्रवार को दिनभर बादल छाए और सूरज की बादलों के साथ आंख मिचौली जारी रही।
रात नौ बजे बाद एकाएक मौसम का मिजाज बदला। गरज-चमक के साथ तेज हवा अधिकतम 45 से 50 किमी प्रतिघंटा की गति से चली और करीब आधे घंटे तक बारिश हुई। शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान शाम सात बजे 31 डिग्री था जो रात नौ बजे बाद हुई बारिश से 9 डिग्री गिरकर 22 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम केंद्र के मुताबिक शनिवार को भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान पर बना हुआ है। वहीं एक चक्रवाती हवा का घेरा सौराष्ट व कच्छ के आसपास बना हुआ है। एक द्रोणिका उत्तरी तटीय कर्नाटक से मध्य महाराष्ट्र तक बनी हुई है। इस क्षेत्र में दो अलग-अलग दिशाओं से आ रही हवा का मिलन हो रहा है। वहीं दक्षिणी पश्चिमी उप्र पर चक्रवाती हवा का घेरा बना है। इसके असर से भोपाल में अगले एक-दो दिन बादल व गरज-चमक की स्थिति दिखाई देगी। गुरुवार रात को भी भोपाल के कई इलाकों में बारिश हुई।
बीती रात की तेज बारिश से कॉलोनियों में भरा पानी, गंदगी और कचरा चारों तरफ फैला
राजधानी में दो दिन से हो रही बारिश के चलते सड़कों पर समय पर सफाई नहीं हो रही। वहीं गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को हुई बारिश के बाद कई कॉलोनियों के अंदर पानी भर गया। वहीं पानी में बहकर कचरा सड़क पर आ गया। सड़क किनारे भी नालियो में कचरे के ढेर लग गए। तेज हवा के साथ आई बारिश पेड़ों की डगाल भी सड़क पर बिखर गईं। पानी भरने से सड़कों पर झाडू़ भी नहीं लगी।
वीडियो कॉल के माध्यम से दिखाई गंदगी
शहर में सफाई व्यवस्था देखने शुक्रवार को निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण भी निकले। इस दौरान उन्हें कई स्थानों पर गंदगी के ढेर पड़े मिले। उन्होंने जिम्मेदारों को वीडियो कॉल के जरिए हकीकत दिखाई। चार इमली, लिंक रोड नंबर 1, टीटी नगर थाना, रंगमहल, मॉडल स्कूल, जवाहर चौक, 12 दफ्तर, झरनेश्वर मंदिर, मोती मस्जिद, हमीदिया, शाहजहांनाबाद, पुतलीघर, डीआईजी बंगला, नारियलखेड़ा, करोंद, भानपुर, आदि क्षेत्रों में अवलोकन किया।