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महुआ... कई परिवारों के लिए है आय का स्त्रोत, सुबह से ही पेड़ के नीचे आ जाते हैं लोग

महुआ... कई परिवारों के लिए है आय का स्त्रोत, सुबह से ही पेड़ के नीचे आ जाते हैं लोग

रिपोर्ट सादिक अली

नर्मदापुरम। मार्च के आखिरी समय और अप्रैल के पहले सप्ताह में आपने गौर किया होगा कि कुछ लोग सुबह सूर्योदय के बाद महुआ के पेड़ के नीचे फल बीनने में लगे रहते हैं। मार्च के आख़िरी सप्ताह से लेकर अप्रैल महीने तक जंगल से जुड़ी जीविका वाले ज्यादातर परिवार आपको जंगल में महुआ बीनते हुए मिलेंगे। एक महीने गिरने वाले इस महुआ से यहाँ का एक परिवार महुआ बेचकर 40 से 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से अच्छी खासी रकम कमा लेता है। कुछ महिलाएं इस महुए का अचार भी बनाती हैं जिसकी उत्तरी शहरों में खूब मांग रहती है। हिंदी में मोवरा, महुआ, इंग्लिश में इंडियन बटर ट्री, संस्कृत में मधुका, गुड़ पुष्पा इत्यादि इसके नाम हैं। महुआ को संस्कृत में ‘मधूक’ कहते हैं, जिसका अर्थ है मीठा।

मेहनत बहुत ज्यादा

महुआ बीनने वलों में से एक परिवार का कहना है कि मार्च और अप्रैल के इस समय में हमें बिल्कुल भी फुरसत नहीं मिलती। परिवार के लगभग सभी सदस्य सुबह 4:00 बजे महुआ के पेड़ के नीचे आ जाते हैं। कभी-कभी फल बीनने का यह सिलसिला शाम 5-6 बजे तक चलता है। पिछले वर्ष महुआ बेचकर हमने करीबन 25 से 30 हजार की रकम कमाई थी। हालांकि यह रकम के सामने मेहनत बहुत ज्यादा है, लेकिन फल बेचकर कमाई रकम से परिवार के जुड़े अहम काम हो जाते हैं।

महूए से जुड़े उत्पाद

स्थानीय परिवार महूए के कई तरह के उत्पाद भी बनाते हैं। ज्यादातर परिवार महुआ को सुखाकर सीधा बाजार में बेच देते हैं। कुछ माहिर महूए से अचार और शराब बनाने का भी हुनर रखते हैं। महुआ तोड़ने के बाद यह तय किया जाता है कि बाजार में महुआ का दाम ज्यादा है या कम। अगर दाम ज्यादा होता है तो महुआ सीधे बाजार में बेच दिया जाता है और अगर दाम कम रहता है तो महूए को सुखाकर उसका अचार बनाया जाता है या फिर उसे स्टोर किया जाता है।

महूए के फायदे 

महुआ के हर हिस्से में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद हैं। महुआ के औषधीय गुण भी काफी ज्यादा हैं। महुआ के फूल से जहां शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है , वहीं दर्द, बुखार, पेट का अल्सर, ब्रोंकाइटिस, दांत का दर्द आदि समस्याओं में महुआ के फूल फायदेमंद माना जाता है। महुआ के पेड़, इंडियन बटर ट्री का आयुर्वेद में उल्लेख है कि इसके बीजों को सीधा खाया भी जा सकता है। खाने के अलावा उनके बीजों का तेल भी बनाकर उपयोग किया जाता है। महुआ से जुड़ी मेडिसिनल लाभों को देखें तो इसका उपयोग डायबिटीज इनफर्टिलिटी और हड्डियों से जुड़ी कई समस्याओं में किया जा सकता है। महुआ का उपयोग कई बीमारियों के लिए भी किया जाता है जैसे

•ब्रोंकाइटिस जिसमें महुआ दूध का सेवन किया जाता है।
•गठिया में महुआ की शराब का मालिश में उपयोग किया जाता है।
•नसों की कमजोरी में महूए का तेल उपयोग किया जाता है।
•अल्सर की समस्या में महुआ के फल का सीधा सेवन किया जाता है।

महुआ बीनने वालो से मिले थे राहुल गाँधी

हाल ही में शहडोल सभा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महुआ बिनने वाले परिवारों से मुलाकात की थी। सभा के बाद हेलीपैड के लिए रवाना होते समय राहुल गांधी उन महिलाओं के पास जाकर रुक जो महुआ बीन रही थी। राहुल ने जमीन से महुआ के दो फूल उठाकर स्वाद चखा और बोले-नॉट बैड जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुआ था।
 


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