होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

MP Police : नियम का उल्लंघन कर, नियम की तरफदारी, गरीबों पर लगातार जुल्म ढा रही खाकी

MP Police : नियम का उल्लंघन कर, नियम की तरफदारी, गरीबों पर लगातार जुल्म ढा रही खाकी

ग्वालियर। पुलिसकर्मियों के लिए गरीबों और कमजोरों को सताना मानों आम ही हो गया है। वर्दी का रौब दिखाते हुए पुलिसवाले कुछ भी करते हैं, जैसे इन्हें हर अधिकार मिल गया हो। खुद कानून का पालन नहीं करते हैं लेकिन दूसरों को सताने में देरी नहीं करते हैं। हाल ही में एक मामला सामने आया था जिसमें पुलिस वालों ने एक गरीब की दुकान तोड़ दी थी। साथ ही उसके साथ मारपीट भी की थी। इस केस में बिना हेलमेट के दो पुलिस वाले एक ही बाइक पर आए थे। आज फिर एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस वाले ने एक ऑटो चालक के साथ मारपीट की है। जबकि पुलिस वाले की खुद की बाइक पर नंबर प्लेट नहीं थी और न ही पुलिस वाला हेलमेट लगाए हुए था। सवाल ये है कि क्या इनके लिए किसी प्रकार के नियम का पालन करना ज़रूरी नहीं? 

क्या ज़रूरी नहीं पुलिस के लिए ट्रैफिक नियम

ग्वालियर के माधवगंज थाना क्षेत्र से एक मामला सामने आया है जिसमें एक पुलिस वाले ने रास्ते में ऑटो को रोककर चालक के साथ मारपीट की है। बताया जा रहा है कि आटो चालक ऑटो को थोड़ा स्पीड में चला रहा था। इस कारण उसका पीछा करके पुलिस वाले ने उसेके सामने अपनी बाइक रोकी और उसे उतार कर मारपीट करने लगा। साथ ही उसके साथ गाली-गलौज भी की। इस मामले में खास बात तो यो रही कि पुलिस आरक्षक ने स्वयं किसी नियम का पालन नहीं किया लेकिन आटो चालक की पिटाई केवल रौब दिखाने के लिए ही कर दी।

आरक्षक जिस बाइक से आया था उस बाइक मे नंबर प्लेट ही नहीं लगी थी, लेकिन वहीं आम आदमी की बात की जाए तो पुलिस इस बात को लेकर भी मोटी रकम चालान के नाम पर ऐंठ लेती है। इतना ही नहीं ऑटो चालक के साथ मारपीट करने वाले आरक्षक ने हेलमेट भी नहीं लगाया था। ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आय था। जिसमें एक बाइक पर आए दो पुलिसकर्मीयों ने एक रेहड़ी वाले की दुकान को तोड़ दिया था। गरीब पर अत्याचार करने वाले इन पुलिसकर्मियों ने भी हेलमेट नहीं लगाया था। तो अब सवाल ये है, कि अगर हेलमेट जरूरी नहीं है तो आम जनता पर चालान क्यों लगाया जाता है। या फिर पुलिस के लिए हेलमेट और गाड़ी के नंबर ज़रूरी नहीं। 
 


संबंधित समाचार