होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

मध्यप्रदेश लोकसभा : पूर्व सीएम शिवराज-दिग्विजय हारेंगे लोकसभा चुनाव? जानिए क्यों 

मध्यप्रदेश लोकसभा : पूर्व सीएम शिवराज-दिग्विजय हारेंगे लोकसभा चुनाव? जानिए क्यों 

मध्यप्रदेश लोकसभा : मध्यप्रदेश की राजनीति में 26 साल बाद ऐसा होगा जब दो पूर्व मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव की रण में अपनी किस्मत आजमाएंगे। देश में होने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को उनकी पारंपरिक रही विदिशा लोकसभा सीट से टिकट दिया है। तो वही पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने राजगढ़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। दोनों लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण में 7 माई को मतदान होगा। दोनों नेता मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे है। शिवराज सिंह 17 साल तो दिगिवजय सिंह 10 साल मुख्यमंत्री पद पर रहे। 

26 साल पहले दोनों हारे थे चुनाव

1998 में हुए लोकसभा चुनाव में दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों की हार हुई थी। इस बार 26 साल बाद फिर दोनों पूर्व मुख्यमंत्री लोकसभा के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे है। 1998 के लोकसभा चुनाव में दोंनो चुनाव लड़े थे और चुनाव हारे, वही पूर्व सीएम सुंदरलाल पटवा ने भी छिंदवाड़ा लोकसभा से कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन वो भी चुनाव हार गए थे। इतना ही नहीं पूर्व सीएम अर्जुन सिंह ने होशंगाबाद लोकसभा से बीजेपी के सरताज सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा था तो उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा था। 

दोनो पूर्व सीएम हारेंगे चुनाव?

इस बार के लोकसभा चुनाव में भी दोनों पूर्व सीएम चुनावी मैदान में है। ऐसे में कयासों का दौर शुरू हो गया है कि दोनों नेता क्या चुनाव जीत पाएंगे? बता दे कि विदिशा लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। माना जा रहा था की विदिशा से किसी स्थानीय नेता या फिर बाहरी नेता को चुनाव लड़ाया जाएगा। कहा जा रहा था कि शिवराज सिंह को छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ या उनके बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ाया जाएगा, लेकिन बीजेपी ने पहली ही सूची में शिवराज सिंह को विदिशा लोकसभा से टिकट दे दिया। 

विदिशा से शिवराज क्यों?

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि शिवराज सिंह प्रदेश के कद्दावर नेताओं में से एक है। प्रदेश के पूर्व मुखिया है। इसलिए उन्हें सुरक्षित सीट से टिकट दिया है और विदिशा लोकसभा ​शिवराज सिंह की पारंपरिक सीट रही है। शिवराज सिंह यहां से कई बार सांसद रहे चुके है। विदिशा लोकसभा बीजेपी का गढ़ मानी जाती हैं। विदिशा से अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज सांसद रही है। इसके अलावा शिवराज सिंह को 28 लोकसभा सीटे के लिए स्टार प्रचारक बनाया गया है ताकि वह अन्य प्रत्याशियों के पक्ष् में प्रचार कर सके। वही कांग्रेस ने दो बार के सासंद प्रताप भानु शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। 

राजगढ़ से दिग्विजय सिंह क्यों?

राजगढ़ लोकसभा से कांग्रेस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को टिकट दिया है। जानकारों का कहना है कि दिग्विजय सिंह राजनीति से सम्मानजनक निकास के लिए यह चुनाव लड़ रहे हैं। जानकारों का मानना है कि दिग्विजय सिंह पिछला लोकसभा का चुनाव भोपाल लोकसभा से लड़े थे, लेकिन वह चुनाव हार गए थें। इसलिए वे इस बार के चुनाव में विजय हासिल कर विजेता के रूप में राजनीति से संन्यास ले सकें। टिकट की घोषणा के बाद से दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा में सक्रिय है। दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा से 1984 में सांसद चुने गए थे। इसके बाद वह 1991 में फिर सांसद बने। 1993 में सीएम बनने के बाद उन्होंने राजगढ़ सीट छोड़ दी थी और अब 33 साल बाद दिग्विजय सिंह फिर राजगढ़ लोकसभा से चुनाव लड़ रहे है।  


संबंधित समाचार