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KOLKATA HC : बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले पर फैसला, भाजपा नेत्री की CBI जांच की मांग

KOLKATA HC : बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले पर फैसला, भाजपा नेत्री की CBI जांच की मांग

कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में शिक्षक भर्ती घोटाले (Scam) के मुद्दे (Issue) पर ममता सरकार (Government) पर भाजपा (BJP) एक बार फिर हमलावर है। कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले के बाद भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने टीमएसी सरकार को घेरा है। अग्निमित्रा पाल ने तृणमूल नेताओं पर घूस लेने का आरोप लगाते हुए CBI जांच की मांग की है।

कलकत्ता हाईकोर्ट के इस मामले में लिए गये फैसले पर बंगाल के राज्यपाल ने भी सरकार के मंत्री द्वारा किये गये ऐसे कृत्य की निंदा की है। राज्यपाल ने शिक्षक भर्ती घोटाले पर बात करते हुए इसे अपनी परिकल्पना से भी परे बताया है। राज्यपाल ने अपने बयान में कहा कि जो सुना था कोर्ट का फैसला आने के बाद यह ज्ञात हुआ कि सब सही था।

राज्यपाल की परिकल्पना

कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार में 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियां रद्द करने पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बयान दिया है। राज्यपाल ने कहा कि मैं दुविधा में था कि क्या एक उच्च शिक्षित व्यक्ति, विशेषकर शिक्षा मंत्री ऐसा काम करेंगे या नहीं। मैं यह जानकर हैरान रह गया कि ऐसी चीजें की गई हैं।

सीवी आंनद बोस ने कहा कि कोर्ट के फैसले से ये साबित हो गया कि मैंने जो सुना वो सही था। जब हम शिक्षा प्रणाली में भ्रष्टाचार करते हैं तो यह भावी पीढ़ी को लूटने के समान होता है जो एक पाप है जो कभी नहीं होना चाहिए। इस मामले में भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि राज्य सरकार की नींद अब खुली है, काफी समय पहले इस विषय पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया था। अग्निमत्रा पाल ने कहा कि  आज 26,000 नौकरियां चली गईं हैं, इसकी ज़िम्मेदार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं। अग्निमित्रा ने कहा कि जिन तृणमूल नेताओं को लोगों ने घूस के पैसे दिए हैं उनके घर का घेराव करें और पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि CBI ममता बनर्जी को गिरफ़्तार करें और मामले की जांच करें।
 


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