होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

Bhopal Suicide Case : रानी बेटी को डॉक्टर बनाने भोपाल भेजा था, अब लाश लेकर घर जा रहे

Bhopal Suicide Case : रानी बेटी को डॉक्टर बनाने भोपाल भेजा था, अब लाश लेकर घर जा रहे

भोपाल। रानी बेटी को डॉक्टर बनाने के लिए भोपाल भेजा था। उसका सपना था डॉक्टर बनकर अपने घर खरगौन आकर प्रेक्टिस करने का। पर क्या पता था कि बेटी की लाश लेकर घर जाना पड़ेगा। यह कहना है कि सुसाइड करने वाली एमबीबीएस छात्रा रानी के पिता का। बेटी की याद में पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। उन्होंने किसी प्रकार की शंका जाहिर नहीं की है।

उन्होंने पुलिस को बताया कि बेटी की पढ़ाई हिंदी माध्यम से हुई थी, जबकि डाॅक्टरी की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से कर रही थी। अंग्रेजी में कमजोर होने के कारण वह पिछड़ रही थी, जिसके कारण डिप्रेशन का शिकार हुई होगी। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजन को सौंप दिया। जिसे लेकर वह खरगौन के लिए रवाना हो गए। 

दो भाई और दो बहनों में रानी सबसे बड़ी थी

बता दें कि 21 वर्षीय रानी मोरे मूलत: खरगौन की रहने वाली थी। वह चिरायु मेडिकल काॅलेज से एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही थी और काॅलेज के ही गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी। उसके पिता देवी सिंह मोरे शासकीय शिक्षक हैं। दो भाई और दो बहनों में रानी सबसे बड़ी थी। सोमवार सुबह खजूरी सड़क पुलिस ने उसकी लाश फांसी के फंदे पर लटकी अवस्था में बरामद की थी। कमरे की तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। पुलिस के दिए बयान में छात्रा के पिता देवीसिंह ने बताया कि रानी की स्कूली शिक्षा हिंदी मीडियम से हुई थी। वह स्कूल में हमेशा अव्वल आती थी। करीब दस महीने पहले डाक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए उसने चिरायु मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था।

कॉलेज में एडमिशन के बाद कुछ समय तक सब ठीक रहा, लेकिन, अंग्रेजी में कमजोर होने के कारण उसका परफॉर्मेंस कम होने लगा था। इसे लेकर वह अक्सर बात करती थी। इसी वजह से वह बीते चार महीनों से डिप्रेशन में थी। बेटी बताती रहती थी कि अंग्रेजी में कोर्स होने के कारण बहुत सारी चीजें समझ में नहीं आती हैं। इसको लेकर कई बार उसे शर्मिंदगी भी होती थी। पिता ने इस मामले में किसी प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाए हैं।

मां को घर के बाहर भेजकर युवक ने लगाई फांसी 

हबीबगंज इलाके में रहने वाले एक युवक ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना से पहले उसने मां को घर से बाहर भेज दिया था। पुलिस के मुताबिक 18 वर्षीय केशव घोरेले पीसी नगर झुग्गीबस्ती में रहता था और सूखा नशा करता था। मंगलवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मां काम से घर पहुंची तो वह नशा कर रहा था। उसने मां को घर से बाहर जाने का बोला तो वह चली गई। कुछ देर बाद पिता घर लौटे तो केशव फांसी लगा चुका था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
 


संबंधित समाचार