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कार्तिकेय चौहान : शिवराज के सांसद बनने के बाद बुधनी से चुनाव लड़ेंगे शिव पुत्र कार्तिकेय?

कार्तिकेय चौहान : शिवराज के सांसद बनने के बाद बुधनी से चुनाव लड़ेंगे शिव पुत्र कार्तिकेय?

कार्तिकेय चौहान : मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण का मतदान संपन्न हो चुका हैं। अब 7 मई को तीसरे चरण का मतदान होना है। तीसरे चरण के मतदान में कई दिग्गज नेता मैदान में है। इनमें से एक है प्रदेश के चार बार के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान, शिवराज सिंह बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट विदिशा लोकसभा से मैदान में है।

शिवराज सिंह विदिशा लोकसभा से 5 बार सांसद रह चुके है। यही वो सीट हैं जहां से शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री बनने तक का सफर तय किया था। हालांकि समय समय पर वे बुधनी सीट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ते आए है। वर्तमान में वे बुधनी से विधायक है। 

शिवराज सिंह इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र में सक्रिय है। शिव के अलावा उनकी साधना यानी उनकी पत्नी साधना सिंह भी चुनावी अभियान की कमान संभाले हुए है, वही उनके बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान चुनावी मैनेजमेंट की भूमिका में नजर आ रहे है। एक और शिवराज सिंह भाजपा नेताओं को साधने की कोशिश है तो दूसरी और उनकी पत्नी साधना सिंह महिलाओं को साध रही है। जबकि उनके बेटे कार्तिकेय युवाओं को साधने की जुगत में जुटे हुए है। 

विदिशा लोकसभा हमारा परिवार 

हाल ही में कर्तिकेय ने एक प्रमुख अखबार से बातचीत करते हुए अपने पिता के राजनैतिक भविष्य और अपने करियर के बारे में विस्तार से चर्चा की। कार्तिकेय का कहना है कि उनके पिता शिवराज सिंह चौहान विदिशा से प्रत्याशी है। विदिशा से वो नहीं बल्कि विदिशा की जनता ही शिवराज सिंह चौहान बनकर चुनाव लड़ रही है। उनका कहना है कि उनके पति ने जो राजनीतिक तपस्या की है उसी के चलते आज विदिशा लोकसभा उनका परिवार बन गया है। पूरी लोकसभा उनके पिता को बेटा मानती है, भांजे-भांजी और लाड़ली बहने मिलकर चुनाव लड़ रही है। 

दुनिया में कुछ परमानेंट नहीं

कार्तिकेय चौहान का कहना है कि हमारे पिता ने सीएम रहने के साथ साथ हमे अच्छे संस्कार दिए है। वे जो अंदर से वही बाहर से है। पिता के सीएम रहने को लेकर उनका कहना है कि वह एक नेता के परिवार से है, जिसका एहसास उन्हें हर मिनट रहता है, क्योंकि दुनिया में कुछ भी परमानेंट नहीं है। खास कर राजनीति। राजनीति और लोकतंत्र में व्यक्ति विशेष मायने नहीं रखता, बल्कि विचार मायने रखते है। इसलिए मुझे हमेशा से सीख मिली है कि आप बड़े नहीं है, आपका परिवार बड़ा नहीं है, बल्कि आपके संस्कार और आपके विचार बड़े है। 

बुधनी से चुनाव लड़ेंगे कार्तिकेय?

जब कार्तिकेय से पॉलिटिक्स में आने और उनके पिता के सांसद बनने के बाद बुधनी से चुनाव लड़ने की बात कही गई तो उनका कहा है कि मैं बड़े नेता का बेटा हूं, राजनीतिक परिवार से आता हूं, लेकिन इसका मतलब यह नही है की मैं भी चुनाव लडू। मेरी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं है। बुधनी में कई ऐसे कार्यकर्ता है, जिन्होंने मेरे पिता का हर समय साथ दिया है, पसीना बहाया है, ऐसे में उनका हक पहले बनता है। रही बात मेरी तो, मेरा फर्ज उनका सहयोग करना है। में हमेशा पार्टी और अटल जी की विचारधारा पर चलूंगा। इसका साथ कभी नहीं छोडूंगा। मेरे पिता ने बहनों को लखपति बनाने का सपना देखा है उसे मैं पूरा करूंगा। 


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