
Katni CSP : मध्यप्रदेश के कटनी में पदस्थ सीएसपी ख्याति मिश्रा के स्थानांतरण के बाद शनिवार को उनके सरकारी आवास पर एक पारिवारिक विवाद ने तूल पकड़ लिया। ख्याति मिश्रा और उनके पति तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा के परिजन जब आपसी बातचीत के लिए एकत्र हुए, तो विवाद गहराने लगा। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को सूचित किया गया और दोनों पक्षों को महिला थाने ले जाया गया। बताया गया कि जिस वक्त विवाद हुआ, उस समय ख्याति मिश्रा और उनके पति दोनों के परिजन बंगले में मौजूद थे। पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए सभी को हिरासत में लिया और महिला थाने पहुंचाया। इसके बाद पुलिस पर मारपीट और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए गए।
बच्चों सहित थाने ले जाने का आरोप
तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना किसी पूर्व चेतावनी के उनके आवास में प्रवेश किया और परिवार के सदस्यों के साथ बदसलूकी की। उनका कहना है कि उनके 10 वर्षीय बेटे को भी जबरदस्ती थाने ले जाया गया, जहां परिजनों को कथित रूप से बंधक बनाकर रखा गया और वहां भी मारपीट की गई।
थाने पर रोका गया प्रवेश
जब तहसीलदार शैलेंद्र शर्मा अपने परिजनों की जानकारी लेने महिला थाने पहुंचे, तो ड्यूटी पर मौजूद डीएसपी प्रभात शुक्ला ने उन्हें थाने के गेट पर ही रोक दिया। इस दौरान दोनों अधिकारियों के बीच बहस हुई और थाने का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। मीडिया को भी थाने परिसर से बाहर कर दिया गया।
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
सीएसपी ख्याति मिश्रा की मां सुलोचना मिश्रा और तहसीलदार की चाची अरुणा शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने आवास में घुसकर बिना किसी कारण के मारपीट की और फिर महिला थाने लाकर उन्हें पूछताछ के नाम पर बंधक बना लिया गया। उन्होंने पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई और न्याय की मांग की।
पहले से चल रहा विवाद
सूत्रों के मुताबिक, ख्याति मिश्रा और शैलेंद्र शर्मा के बीच पिछले छह महीने से वैवाहिक विवाद चल रहा है। तहसीलदार शर्मा ने पहले कटनी एसपी अभिजीत रंजन पर गंभीर आरोप लगाए थे कि वे उनकी पत्नी पर दबाव बना रहे हैं और पारिवारिक संबंधों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने एसपी पर जान से मारने की धमकी और निगरानी कराने का भी आरोप लगाया था। बाद में ख्याति मिश्रा ने भी अपने पति के खिलाफ पुलिस प्रमुख को शिकायत दी थी।
पुलिस का क्या कहना?
पुलिस का कहना है कि ख्याति मिश्रा के परिजन उन्हें जबरदस्ती अपने साथ ले जाना चाहते थे, लेकिन वे स्वयं उनके साथ नहीं जाना चाहती थीं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए परिजनों को थाने लाया गया। मारपीट के आरोपों की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच कराई जा रही है।