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Vidisha Lok Sabha Seat : विदिशा में जीत का अंतर बढ़ाने चुनाव में कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहते पूर्व मुख्यमंत्री

Vidisha Lok Sabha Seat : विदिशा में जीत का अंतर बढ़ाने चुनाव में कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहते पूर्व मुख्यमंत्री

भोपाल। प्रदेश की सबसे चर्चित रहने वाली विदिशा लोकसभा सीट पर इस बार प्रदेश के काफी लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान चुनाव मैदान में हैं, जिन्हें अपनी लाड़ली बहनों से काफी उम्मीद है। कांग्रेस के उम्मीदवार प्रतापभानु शर्मा अपने पिछले कार्यकाल की जनता को याद दिला रहे हैं। 

चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में उन्होंने प्रचार में काफी ताकत दिखाई, लेकिन कोई दिग्गज की सभा या रैली यहां नहीं हो पाई। कांग्रेस को अंतिम दिनों में इस सीट पर समीकरण बदलने की पूरी उम्मीद थी। वहीं भाजपा को किसी भी समीकरण के बिगड़ने की कोई उम्मीद नहीं है।

इसको लेकर कांग्रेस अभी भी दावा कर रही हैं कि इस चुनाव में पुराने सभी समीकरण बिगड़ चुके हैं और भाजपा अपने पुराने समीकरण नहीं बना पाई है। वहीं भाजपा ने दावा किया है कि यहां कोई समीकरण नहीं बिगड़े हैं और पिछले चुनाव में मिले वोटों के अंतर को बढ़ाने के लिए पूरा चुनाव प्रचार किया गया है। इसको लेकर जनता ने भी अपना फीडबैक दे दिया है। 

भाजपा के प्रचार में शिवराज सिंह चौहान स्वयं लगातार दौरे करते रहे और उनकी पत्नी व बेटा भी पूरे समय यहां पर मौजूद हैं। वैसे यह लोकसभा सीट देश में हमेशा चर्चा में रहती है, क्योंकि यहां चुनावी मैदान में हमेशा भाजपा के दिग्गज ही रहते हैं।

रामनाथ गोयनका व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व विदेश मंत्री स्व. सुषमा स्वराज जैसे नेता यहां से जीते थे। जबकि आठ विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में सात सीटें जीतीं, जो उसके प्रभुत्व का संकेतक है। चौहान स्थानीय मुद्दे उठा रहे हैं और सर्वधर्म सद्भाव पर बात कर रहे हैं। 

संसदीय क्षेत्र में इस बार भी जातीय समीकरण का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा

विदिशा लोकसभा क्षेत्र में इस बार भी जातीय समीकरण का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। भाजपा को हमेशा की तरह इस बार भी किसी समीकरण के बिगड़ने की उम्मीद नहीं है। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार प्रतापभानु शर्मा अपने नए समीकरण बनाने में व्यस्त हैं। शिवराज सिंह चौहान के लिए मुख्य चुनावी मुद्दा राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में 18 वर्षों में महिलाओं और बच्चों के लिए उनके द्वारा शुरू की गई योजनाएं हैं।

उनकी रैलियों में लाड़ली बहनों की मुस्कान भैया शिवराज सिंह चौहान और भांजे-भांजियों के सपनों की उड़ान, मामा शिवराज सिंह चौहान जैसे पोस्टर लगे हैं। यहां तक कि रथ से भाषणों में भी वह लोगों को आश्वासन देते हैं कि उन्हें सब कुछ मिलेगा, क्योंकि उनका भाई उनके लिए काम कर रहा है। वह आपका सपना पूरा करेगा। 

कांग्रेसियों का घर-घर दौरा

कांग्रेस उम्मीदवार प्रतापभानु शर्मा के अनुसार समीकरण नए समीकरण बनाने के लिए उनके कार्यकर्ता हर घर का दौरा करते रहे। मुसलमानों को गले लगाने या धनबल के प्रदर्शन से कुछ नहीं होगा। मैं पूर्व सीएम से पूछना चाहता हूं कि 18 साल तक सीएम रहते हुए उन्होंने विदिशा के लिए क्या किया। विदिशा का सबसे पिछड़ा जिला होना दर्शाता है कि शिवराज प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं। इसलिए इस बार हर हाल में समीकरण उनके बिगड़ चुके हैं। 33 साल पहले अपना आखिरी चुनाव जीतने वाले शर्मा ने चौहान की ओर इशारा करते हुए कहा कि देखिए वह विदिशा की गलियों में घूम रहे हैं, लेकिन चौहाना समीकरण बिगड़ेगा और उनका समीकरण बनेगा।

सबसे प्रतिष्ठित लोकसभा सीट

विदिशा लोकसभा को मध्य प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित लोकसभा सीट भी कहा जाता है। यहां से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं यहां से पूर्व विदेश मंत्री और नेता प्रतिपक्ष रहीं सुषमा स्वाराज भी चुनाव लड़ चुकी हैं। लंबे वक्त तक मध्य प्रदेश के सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान के लिए भी इस सीट को पूरे प्रदेश की राजनीति में जाना जाता है। प्रदेश की राजनीति के कई दिग्गज चुनाव लड़ चुके हैं, जिनमें राघवजी का नाम भी शामिल है, जो मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री रहे हैं। इसलिए कांग्रेस उम्मीदवार इस अपने प्रचार में किसी प्रकार का कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यहां पर आठ विधानसभा सीट हैं, जिनमें भोजपुर, सांची, सिलवानी, विदिशा, बासौदा, बुधनी, इच्छावर और खातेगांव शामिल हैं। विदिशा लोकसभा सीट को रायसेन, विदिशा, सीहोर और देवास जिले के हिस्सों को शामिल किया गया है। इस सीट पर अगर पिछले चुनाव की बात की जाए तो यहां से 2019 में भाजपा से रमाकांत भार्गव को टिकट दिया गया था। जबकि कांग्रेस से शैलेंद्र पटेल मैदान में उतरे थे। इस चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार ने कांग्रेस के उम्मीदवार को करीब 5 लाख वोटों के भारी भरकम अंतर से हराया था। 
 


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