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Satpura Tiger Reserve : 3 दिवसीय गिद्ध आकलन पूर्ण, सतपुड़ा में दोगुने हुए गिद्ध

Satpura Tiger Reserve : 3 दिवसीय गिद्ध आकलन पूर्ण, सतपुड़ा में दोगुने हुए गिद्ध

नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में की जा रही गिद्धों की गिनती आज संपन्न हुई है। इसमें पार्क प्रबंधन और वन्यजीव संरक्षण के लिए अच्छी खबर निकल कर सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस बार गिद्धों की संख्या में खासी बढ़त देखने को मिली है। बताया जा रहा है कि चार साल में 143 गिद्धों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछली बार की गिनती में 144 गिद्ध थे लेकिन इस बार 287 गिद्ध बताए जा रहे हैं, जो दोगुने के बराबर है। गिद्धों की इस गिनती में केवल उन्हीं गिद्धों को गिना जाता है जो बैठे हों या अपना बसेरा बना रखा हो। उन गिद्धों की गिनती नहीं की जाती है जो उड़ान भर रहे हों। 

3 दिवसीय आकलन

गिद्धों की आबादी 2021 में 144 से बढ़कर 2024 में 4 साल में 287 तक पहुंच गई है। यह पार्क प्रबंधन और वन्यजीव संरक्षण के लिए बहुत अच्छी खबर है। यह 3 दिवसीय आकलन सूर्योदय से सुबह 9 बजे तक फ्रंटलाइन कर्मचारियों और स्वयंसेवकों द्वारा किया गया था।  केवल आराम करने वाले और बसेरा करने वाले पक्षियों की गिनती की जाती है, उड़ान भरने वाले पक्षियों की नहीं। सतपुड़ा में अच्छी सुरक्षा के कारण बाघों की संख्या दोगुनी हो गई, बाघों की संख्या में वृद्धि के कारण जंगली जानवरों की हत्या में वृद्धि हुई और गांवों के स्थानांतरण और आवास प्रबंधन जैसे संरक्षण प्रबंधन हस्तक्षेप हुए। प्रशिक्षण के माध्यम से फील्ड स्टाफ को डेटा संग्रह के बारे में जागरूक किया जाता है, और पक्षियों और घोंसले के शिकार स्थलों की पहचान ने भी अच्छे डेटा प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

वृद्धि की खबर काफी सकारात्मक और अच्छी

संजीव शर्मा एडी वन विभाग पचमढ़ी ने इस बारे में कहा है कि गिद्धों की संख्या में वृद्धि की खबर काफी सकारात्मक और अच्छी है। 29, 30 अप्रैल और 1 मई में जनसंख्या वृद्धि का सर्वे हमने पचमढ़ी कि उन जगहों पर किया जहां गिद्ध पाए जाते हैं। सतपुड़ा के जंगलों में गिद्धों के घोसले एवं वह स्थान जहां गिद्ध बहुल संख्या में रहते हैं वहां पर सर्वे किया गया है। नियम अनुसार सूर्योदय के समय बैठे हुए गिद्धों को ही गिना जाता है।
 


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