
रायपुर: रेलवे प्रशासन ट्रेनों और प्लेटफॉर्मों पर यात्रियों को बेहतर नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराने के प्रयासों में जुटा है, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों की ओर से शिकायतें कम नहीं हो रही हैं। बीते सालभर में रेलवे द्वारा की गई सभी औचक जांच में खाद्य सामग्री की गुणवत्ता में अनियमितताएं पाई गईं। सख्त निर्देशों के बावजूद कई मामलों में यात्रियों को पसंदीदा और ताजा खाना नहीं मिला। एक्स और रेल मदद में यात्रियों की शिकायतों की जब inh -हरिभूमि ने पड़ताल की, तो सामने आया कि रायपुर से बिलासपुर तक यात्रियों को स्टेशन पर मिलने वाला समोसा और पैकिंग में दिए जाने वाले थेपला व सैंडविच पसंद नहीं आए हैं।
रेल मदद पोर्टल पर शिकायते दर्ज :
यात्रियों की मुख्य शिकायत रही कि पैकेट में रखे खाने से दुर्गंध आती है। वहीं, ट्रेनों में भी यात्रियों को गर्म और ताजा खाना नहीं मिलने की शिकायतों में इजाफा हुआ है। कुछ मामलों में खाने में चीटियां पाए जाने की शिकायतें भी रेल मदद पोर्टल के जरिए दर्ज कराई गई हैं।
टूटे हुए बिस्किट, मिक्चर भी नापसंद :
चलती ट्रेन में रेलवे के अधिकृत वेंडर द्वारा यात्रियों को बेची जा रही खाद्य सामग्री की शिकायत सामने आई है। बीते दो से तीन सालों में रेल मदद ऐप के जरिए सर्वधाकि लोगों ने टूटे हुई बिस्किट और मिक्चर को नापसंद बताया है। शिकायत में यात्रियों ने गुणवत्ता विहीन चिप्स देने के साथ बदबू आने की भी बात कही है। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, अमरकंटक और हावड़ा-अहमदाबाद के साथ लंबी दूरी की ट्रेनों में इस तरह की शिकायत ऑनलाइन दर्ज करवाई है। इसके अलावा ट्रेन में ताजा और गर्म खाना नहीं मिलने को लेकर शिकायत है। सलाद भी ताजा नहीं मिलता। मेल व एक्सप्रेस के खाने में सबसे ज्यादा शिकायतें हैं।