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BHOPAL NEWS : जब कोई बुरा व्यक्ति हमारे सामने झुकता है तो हमें सतर्क हो जाना चाहिए -पं. शास्त्री

BHOPAL NEWS : जब कोई बुरा व्यक्ति हमारे सामने झुकता है तो हमें सतर्क हो जाना चाहिए -पं. शास्त्री

भोपाल। रावण सीता का हरण करना चाहता है, इसके लिए वह मारीच के पास पहुंचा और प्रणाम किया, ये देखकर मारीच समझ जाता है कि अब कोई संकट आने वाला है। रावण मारीच की मदद से सीता का हरण करना चाहता था। यह बात पिपलिया रामगढ़ में चल रही श्रीराम कथा के सातवें दिन मारीच रावण संवाद प्रसंग का वर्णन करते हुए श्रीधाम वृदांवन से आए पं. अशोक कृष्ण शास्त्री ने कही।  

अशोक कृष्ण शास्त्री ने कहा कि, 'जब कोई बुरा व्यक्ति हमारे सामने झुकता है तो हमें सतर्क हो जाना चाहिए। रावण को इस प्रकार झुका देखकर मारीच सोचता है कि किसी नीच व्यक्ति का नमन करना भी दुखदाई है। रावण मारीच को स्वर्ण मृग बनकर सीता को लुभाने के लिए कहता है। मारीच रावण की बात टाल नहीं सकता था। इसीलिए वह स्वर्ण मृग बनकर सीता के सामने पहुंच गया। सीता ने सोने के हिरण को देखकर श्रीराम से उसे लेकर आने के लिए कहा। सीता की इच्छा पूरी करने के लिए श्रीराम हिरण के पीछे चले गए। श्रीराम के बाण से मारीच मारा गया। कुछ देर बाद लक्ष्मण भी श्रीराम की खोज में चले गए और रावण ने सीता का हरण कर लिया।' 

 आगे पं. अशोक कृष्ण शास्त्री ने कहा कि, 'इस प्रसंग की सीख यह है कि हमें बुरे लोगों से सावधान रहना चाहिए। जब ऐसे लोग हमारे सामने झुकते हैं तो और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता रहती है। वरना हम मुसीबतों में फंस सकते हैं।'

श्रीराम कथा में सुनाया जटायु और रावण युद्ध का वर्णन

पं अशोक कृष्ण शास्त्री ने श्रीराम कथा में जटायु और रावण के युद्ध का वर्णन करते हुए बताया कि वनों में घूमते हुए लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काट दी। इसका बदला लेने के लिए रावण ने साधु के वेश में सीता का हरण कर लिया। जटायु और रावण युद्ध का वर्णन, सीता को खोजने, भगवान राम को शबरी के झूठे बेर खाने, हनुमान जी का मिलना, वीर हनुमान का लंका में अशोक वाटिका में सीता से मिलने का वर्णन किया।


 


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