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शिव-दिग्गी-महाराज के लिए करो या मरो का चुनाव, किसकी लगेगी नैया पार?

शिव-दिग्गी-महाराज के लिए करो या मरो का चुनाव, किसकी लगेगी नैया पार?

मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव : मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके है। दो चरणों में प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 12 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। अब तीसरे चरण की बारी है। 7 अप्रैल को तीसरे चरण का मतदान होगा। तीसरे चरण में कई दिग्गज मैदान में है जिन पर सभी की निगाहें टीकी हुई है। तीसरे चरण के रण में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम दिग्वियज सिंह, केंन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे ​बड़े चेहरे चुनावी मैदान में है। 

राजगढ़ से राजासहाब

प्रदेश की सबसे हॉट सीट राजगढ़ लोकसभा बनी हुई है। क्योंकि इस सीट पर प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के चाण्क्य नेता माने जाने वाले दिग्विजय सिंह चुनावी मैदान में है। दिग्विजय सिंह लोकसभा का चुनाव लड़ने के मूड में नहीं थे, लेकिन आखिरी समय में कांग्रेस ने उन्हें राजगढ़ लोकसभा से प्रत्याशी घोषित कर दिया था। राजगढ़ लोकसभा दिग्वियज सिंह की पारंपरिक सीट रही है। वे यहां से सांसद रह चुके है।

राजगढ़ लोसकभा दिग्विजय सिंह का गढ़ भी माना जाता है। बीजेपी ने यहां से मौजूदा सांसद रोड़मल नागर पर फिर से भरोसा जताया है, लेकिन नागर के प्रति जनता में नाराजगी के चलते चुनाव कड़ी टक्कर का हो गया है। नागर के प्रति नाराजगी को लेकर सीएम मोहन यादव को भरे मंच से लोगों से मांफी मांगनी पड़ी। इसके बाद अमित शाह ने भी राजगढ़ में सभा कर जनता को साधने की कोशिश की। शाह ने राजगढ़ में दिग्विजय सिंह का जनाजा निकालने की बात कही तो ​दिग्विजय सिंह पलटवार करते हुए इमोशनल कार्ड खेला और कहा की बीजेपी उनकी अर्थी निकालना चाहती है। 

विदिशा में शिव का राज?

मध्यप्रदेश की विदिशा लोकसभा सीट बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है। विदिशा लोकसभा से बीजेपी ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया है। वही कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा को टिकट दिया है। शिवराज सिंह चौहान विदिशा लोकसभा सीट से ऐतिहासिक जीत की इवारत लिखने के लिए क्षेत्र में लगातार सक्रिय है। विदिशा लोकसभा शिवराज सिंह की पारंपरिक सीट रही है। वे यहां से लंबे समय तक सांसद रहे है। विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने शिवराज से सीएम का सेंहरा खींच लिया था और अब पार्टी ने शिवराज को दिल्ली की दौड़ में खड़ा कर दिया है। अब देखना होगा की शिवराज का राजनीतिक भविष्य कैसा होगा?

गुना लोकसभा से महाराज 

गुना लोकसभा ग्वालियर के शाही परिवार सिंधिया परिवार की पारंपरिक सीट रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां से कई बार सांसद रहे है। बीजेपी ने इस बार महाराज सिंधिया को प्रत्याशी बनाया है। वही कांग्रेस ने इस बार यादवेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया है। गुना लोकसभा यादव बाहुल सीट मानी जाती है। यादव समाज निर्णायक भूमिका में रहती आई है। यही वजह है कि पिछला लोकसभा का चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी के केपी यादव से हार गए ​थे। 

लेकिन इस बार महाराज सिंधिया किसी भी किमत पर चुनाव जीतने की जुगत में है, और इस काम में उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया, उनके पुत्र महा आर्यमन सिंधिया समेत उनके समर्थक उनका साथ देने के लिए चुनावी मैदान में सक्रिय है। वहीं कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव वोटों पर सेंध लगाने की कोशिश में है। यादवेंद्र सिंह अशोक नगर जिले से आते हैं। राव यादवेंद्र सिंह पहले बीजेपी में ही शामिल थे, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उनके स्वर्गीय पिता देशराज सिंह यादव बीजेपी के विधायक रह चुके हैं।


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