भोपाल। मप्र में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 9 संसदीय क्षेत्रों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल में औसत 66.50 फीसदी मतदान हुआ है। सबसे अधिक मतदान राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में करीब 76.19 फीसदी हुआ है। जबकि सबसे कम मतदान भिंड में करीब 55.44 फीसदी हुआ है। इन क्षेत्रों में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में औसत 66.63 फीसदी मतदान हुआ था। भिंड, मुरैना व कुछ अन्य क्षेत्रों को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ है। कहीं से कोई अपि्रय स्थिति की सूचना नहीं मिली।
चुनाव आयोग से देर रात मिली जानकारी के अनुसार भोपाल में 64.34 फीसदी, विदिशा में 74.19, राजगढ़ में 76.19, बैतूल में 73.36, भिंड में 55.44, मुरैना में 58.64, ग्वालियर में 62.34, गुना में 72.43 और सागर में 65.67 फीसदी मतदान हुआ है। इसमें हालांकि मामली घट-बढ़ संभावित है। पिछले 2019 के मतदान से कुल फीसदी कम मतदान हुआ है। हालांकि सभी लोकसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान की खबर है। पिछले 2019 के चुनाव में यह रहा मतदान प्रतिशत-पिछले 2019 के चुनाव में क्रमश: भोपाल में 65.70 फीसदी, विदिशा में 71.79, राजगढ़ में 74.39, बैतूल में 78.15, भिंड में 54.42, मुरैना में 61.89, ग्वालियर में 59.78, गुना में 70.32, सागर में 65.51 फीसदी मतदान हुआ था। इस दौरान मुरैना को छोड़कर बाकी सभी लोकसभा क्षेत्रों में एक से तीन फीसदी तक कम मतदान हुआ है।
लोकसभा सीटवार मतदान (वोटिंग प्रतिशत में)
सीट दोपहर शाम अंतिम
3 बजे 5 बजे वोटिंग
भोपाल 50.16 58.5 64.34
विदिशा 59.87 69.20 74.19
राजगढ़ 63.69 72.08 76.19
बैतूल 59.63 67.97 73.36
भिंड 44.18 50.96 55.44
मुरैना 48.23 55.25 58.64
ग्वालियर 49.60 57.86 62.34
गुना 60.16 68.93 72.43
सागर 53.08 67.70 65.67
औसत मतदान: 66.50 प्रतिशत
2019 में मतदान: 66.63 प्रतिशत
94 साल में किया वोट
गजेटियर और स्टेट आर्काइव्स के पूर्व संचालक 94 वर्षीय डा. शंभुदयाल गुरु ने भोपाल में मतदान किया। शंभुदयाल गुरु 1 नवंबर 1956 में जब भोपाल राजधानी बनी तब नागपुर से भोपाल आए थे। वे तब जनसंपर्क विभाग में सहायक जनसंपर्क अधिकारी थे।
बसपा प्रत्याशी को पुलिस लाइन में बैठाने पर हंगामा
मुरैना में बसपा प्रत्याशी को पुलिस लाइन में बैठाने के मामले में हंगामा होने की खबर है। हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस ने बताया कि शहर की पंचायती धर्मशाला में बसपा प्रत्याशी रमेश चंद्र गर्ग के खिलाफ शिकायत मिली थी। इस आधार पर पुलिस थाने ले आई थी, हालांकि, बड़ी संख्या में उनके समर्थक पहुंच गए। समर्थकों ने पुलिस पर जबरन लाइन में बैठाने का आरोप लगाया। हंगामा कर रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया। बताते हैं कि विवाद बढ़ने पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। किसी को कोई चोट की खबर नहीं है। इसी तरह मुरैना के बानमोर क्षेत्र के रांचोली गांव में जाटव समाज के लोगों ने उनका वोट पहले ही डल जाने का आरोप लगाया है। इसी बात को लेकर कुछ विवाद होने की खबर मिली है। जबकि मुरैना में कांग्रेस प्रत्याशी सत्यपाल सिकरवार ने पुलिस-प्रशासन पर वोटिंग डंप कराने के आरोप लगाया है। मंत्री एंदल सिंह कंसाना के गांव में मतदान का बहिष्कार करने की खबर मिली है।
मतदान की गोपनीयता भंग करने पर मामला दर्ज
ग्वािलयर के हुकुम वर्मा ने मतदान के बाद अपना फोटो एक्स पर यह लिखते हुए ट्वीट कर दिया कि मैंने अमुक प्रत्याशी को वोट किया है। इसकी शिकायत मप्र के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के पास हुई थी। उन्होंने तत्काल ग्वालियर के कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी को मामला दर्ज करने का निर्देश दे दिया। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मतदान की गोपनीयता बनाए रखने की जिम्म्ोदारी सभी पर होती है।