भोपाल ; मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां आठ वर्षीय मासूम बच्ची के साथ छात्रावास में दुष्कर्म किया गया। बच्ची की मां ने करीबन 10 दिन पहले राजधानी के मशहूर बोर्डिंग स्कूल में एडमिशन करवाया था। बच्ची की मां को जब इस घटना की जानकारी लगी तो उन्होंने तुरंत आरोपियों के खिलाफ मिसरोद थाने में दर्ज करवाया। बच्ची की मां ने पुलिस को तीन आरोपितों के नाम बताए हैं। जिसमे ओनर और हॉस्टल वार्डन का नाम शामिल है। तो वही इस मामले को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि हर दिन 17 बच्चियां रेप का शिकार होती है। मुख्यमंत्री को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।
बीजेपी पार्टी को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए
इसके साथ ही पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश में 30 साल में सबसे ज्यादा क्राइम बढ़े है। हर दिन 17 बच्ची दुष्कर्म का शिकार होती है और अभी तक 2 लाख से ज्यादा महिलाएं और बच्चियां प्रदेश से गायब हो गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी पार्टी को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।
तीनों आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज
मिली जानकारी के अनुसार छात्रा को खाने में नींद की दवा दी गई थी । जिसके बाद आरोपी उसे दूसरे कमरे में लेकर गए और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। हालांकि इस दौरान बच्ची होश में आ गई और जब उसने शोर मचाना शुरू किया तो आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने को कहा, लेकिन जब बच्ची को पेट और प्राइवेट पार्ट में दर्द महसूस हुआ तो उसने फ़ोन पर सारी दस्ता मां को बताई। जिसके बाद पीड़ित की मां बच्ची को लेकर तुरंत थाने पहुंची और तीनों आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करवाया।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
यह घटना सोमवार की बताई जा रही है। पीड़ित की मां का कहना है कि बच्ची को लगातार पेट में दर्द और ब्लीडिंग हो रही थी। मां ने बताया कि बच्ची ने आरोपियों के चेहरा भी देखे है। जिसके बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया और तत्काल महिला उपनिरीक्षक के साथ बच्ची को परीक्षण के लिए भेजा जहां पर डॉक्टर ने रेप की पुष्टि की। लेकिन स्कूल प्रशासन ने इस पूरी घटना को गलत ठहराया है।
स्कूल की डायरेक्टर ने आरोपों को बताया गलत
स्कूल की डायरेक्टर प्रियंका मोदी ने आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि हमें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। स्कूल पर दाग लगाना बहुत आसान है। 28 साल से स्कूल संचालन कर रहे हैं,आजतक आरोप नहीं लगा। बच्ची के साथ गलत हुआ है तो मैं उसके साथ खड़ी हूं। पुलिस ने जितने सीसीटीवी फुटेज मांगे सब दे दिए। जिस महिला ने आरोप लगाया उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड पता लगा लीजिए। 19 अप्रैल को एडमिशन हुआ 29 अप्रैल को बच्चे को ले गई मां।
फ़िलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।