
रायपुर। छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला मामले में ED ने सुकमा जिला मुख्यालय में बने कांग्रेस भवन को अटैच कर दिया है। उल्लेखनीय है कि, जांच के दौरान एजेंसियों को यह पता चला था कि, सुकमा में कांग्रेस भवन का निर्माण शराब घोटाले के पैसे से हुआ था। इसके साथ ही तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी का सुकमा में बना मकान भी अटैच कर लिया गया है। इसके साथ ही रायपुर में कवासी लखमा का मकान भी ईडी ने अटैच किया है। हरिभूमि डाट काम ने पहले ही यह संभावनाप जताई थी कि, सुकमा के कांग्रेस भवन पर ताला लग सकता है। बताया जा रहा है कि, देश में किसी राजनीतिक दल का यह पहला कार्यालय होगा, जिसे ईडी ने अटैच किया है।
20 मई ईओडब्ल्यू ने दी थी दबिश:
वहीं बीते 20 मई को ईओडब्ल्यू और एसीबी ने दबिश दी थी। प्रदेश के कई शहरों में मंगलवार की सुबह EOW और ACB ने दबिश दी। छापे के बाद एजेंसी ने मामले की जानकारी दी। छापे के बाद एजेंसी ने बताया था कि, भारतीय दंड संहिता के तहत आबकारी घोटाले की विवेचना जारी है। विवेचना के दौरान यह तथ्य उजागर हुआ कि प्रकरण के प्रमुख संदेही द्वारा अपराध से अर्जित अवैध धनराशि को विभिन्न व्यक्तियों के माध्यम से अलग-अलग व्यवसायों एवं संपत्तियों में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है।
ED का दावा- लखमा को हर महीने दो करोड़ मिलते थे:
उल्लेखनीय है कि, शराब घोटाले में ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ 3773 पन्नों का चालान पेश किया है। चालान में कहा गया है कि, पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी। उन्हें हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे। साथ ही कहा गया है कि, शराब घोटाले में वे सिंडिकेट के प्रमुख थे और उनसे सिंडिकेट को पूरा सहयोग प्राप्त था। शराब नीति में बदलाव करने में भी लखमा की बड़ी भूमिका थी। इसके अलावा चालान में शराब दुकानों में निरीक्षण के लिए जाने से पहले आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति लेने का भी जिक्र है।
ED की कार्रवाई को कांग्रेस ने बताया राजनीतिक षड्यंत्र :
इस मामले को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे एक सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस भवन के निर्माण में उपयोग की गई राशि का पूरा हिसाब दिया गया है, इसके बावजूद साजिश के तहत ईडी ने कार्यालय को अटैच किया है।
इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि ईडी द्वारा कांग्रेस भवन को अटैच करना भाजपा की गहरी साजिश है, जिसका मकसद केवल कांग्रेस को बदनाम करना और विपक्ष को दबाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी, आयकर विभाग (IT) और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल भाजपा अपने विरोधियों को परेशान करने के लिए कर रही है। विकास उपाध्याय ने यह भी कहा कि जब कोई नेता भाजपा में शामिल होता है तो वह 'पाक-साफ' हो जाता है, लेकिन जो भाजपा से लड़ते हैं उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाती है।