
विश्वनाथ दिवेदी// सुहेला: प्रदेश के सुहेला के बिटकुली गांव में डायरिया ने कहर बरपा दिया है। गांव में बीते तीन दिनों से लगातार उल्टी-दस्त और बुखार के मामले सामने आ रहे हैं। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि 30 से ज्यादा मरीज अब तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुहेला में भर्ती हो चुके हैं। इनमें बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। बीती रात 13 नए मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
गांव में नहीं लगा शिविर:
चार साल के अविनाश से लेकर 70 वर्षीय रुक्मिणी साहू तक सभी डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि इलाज जारी है, लेकिन गांव में अब तक न कोई शिविर लगा है और न ही पेयजल की जांच रिपोर्ट सामने आई है। अस्पताल में अव्यवस्था डायरिया पीड़ित मरीजों और गर्भवती महिलाओं का वार्ड आपस में लगा हुआ है।
मंडरा रहा संक्रमण का खतरा:
जिससे नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं को भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है।जनप्रतिनिधि पहुंचे हाल जानने हालात की गंभीरता को देखते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष आनंद यादव, जनपद अध्यक्ष दौलत पाल, सरपंच डोमार मारकंडे और अन्य प्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे।
क्या बोले अधिकारी और जनप्रतिनिधि:
जिलाध्यक्ष ने कहा"मरीजों का इलाज डॉक्टरों की निगरानी में हो रहा है। आवश्यकता पड़ने पर गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा।"जनपद अध्यक्ष दौलत पाल ने बोले,"स्वास्थ्य विभाग को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। पानी की जांच और शिविर जल्द लगाया जाएगा।"
गंभीर मरीजों का इलाज जारी:
CHC प्रभारी डॉ. ध्रुव ने कहा कि "इलाज जारी है, गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जाएगा। आदेश मिलते ही गांव में शिविर लगाया जाएगा।" ऐसे में अब देखना ये होगा कि क्या प्रशासन हालात की गंभीरता को नजर अंदाज कर रहा है क्या समय रहते पेयजल की जांच और संक्रमण की रोकथाम नहीं होनी चाहिए थी? फिलहाल, ग्रामीण दहशत में हैं और प्रशासनिक कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।