
Mauganj Police Attacked : मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले में बड़ा बवाल हुआ है। बीते शनिवार को गड़रा गांव के एक आदिवासी परिवार ने एक युवक को बंधक बनाकर मारपीट की। जब मामले की सूचना पुलिस को लगी तो मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर आदिवासियों ने हमला बोल दिया। हमले में टीआई समेत कई पुलिसकर्मियों को चोटे आई है। इतना ही नहीं हमलावारों ने तहसीलदार के साथ भी मारपीट की।
लगाई धारा 144
बताया जा रहा है कि तहसीलदार कुमारे लाल पनका के हाथ पैर में फ्रैक्चर हुआ है। वही टीआई संदीप भारती को गंभीर चोट आई है। तो वही 8 पुलिसकर्मी घायल हुए है। वही घटना में एक युवक की मौत हो गई है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर धार 144 लागू की गई है। मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
क्यों हुआ विवाद?
जानकारी के अनुसार विवाद पुराना बताया जा रहा है। बीते दो महीनों पहले एक सड़क हादसे में एक आदिवासी की मौत हो गई थी। आदिवासी परिवार ने इसे हादसा नहीं बल्कि हत्या बताया था। बीते शनिवार की शाम आदिवासी परिवाार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर मारपीट कर दी। और उसे बंधक बना लिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस टीम पर अटैक
जब मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देख आदिवासी परिवार ने हमला बोल दिया। पुलिस पर पथराव किया गया। हमले में टीआई, एएसआई और तहसीलदार समेत 8 लोग घायल हो गए। फिलहाल सभी का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पटवारी ने बोला हमला
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने घटना को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला है। पटवारी ने एक्स पर लिखा है कि मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में एक युवक को बंधक बनाकर पीटा गया! मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर हुए हमले में एएसआई की मौत हो गई है! सीए मोहन यादव जी जंगलराज से भी बदतर हुई मप्र की कानून व्यवस्था में अब तो पुलिस भी सुरक्षित नहीं है! सबसे असफल गृहमंत्री का तमगा लेकर भी यदि आप निश्चिंत हैं, तो फिर मप्र की जनता भगवान भरोसे ही है!
पटवारी ने आगे लिखा है कि इस दुखद घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए! बेलगाम अपराधों और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए भी सरकार को विधानसभा में विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करनी चाहिए!