भोपाल। मिसरोद से आरआरएल तिराहे तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने अगले माह भूमि पूजन होगा। लोकसभा चुनाव के परिणाम का इंतजार किया जा रहा है, जिससे भूमि पूजन की तारीख घोषित नहीं की गई है।
पहले यह काम बीआरटीएस कॉरिडोर हटने के बाद शुरू होना था, लेकिन भूमि पूजन आचार संहिता के कारण नहीं हो सकता था। प्रदेश में चुनाव के सभी चरण पूरे होने के बाद गत दिवस आचार संहिता में नए निर्माण कार्य की छूट दे दी गई। इसलिए अब भूमि पूजन की तैयारी शुरू कर दी गई, लेकिन मंत्री व स्थानीय विधायक 4 जून तक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते। इसलिए भूमि पूजन इसके बाद ही होगा। इसके बाद में यह कॉरिडोर चेतक ब्रिज और आईटीआई तिराहे तक बनना है।
निगम ने पहले ही दे दी थी एनओसी
पीडब्ल्यूडी के अनुसार होशंगाबाद रोड पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने नगर निगम ने भी बीआरटीएस कॉरिडोर हटने के पहले ही अपनी एनओसी दे दी थी। बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाने एक साल पहले तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह और विश्वास सारंग के अलावा विधायक रामेश्वर शर्मा व कृष्णा गौर ने नए निर्माण को लेकर चर्चा की थी।
इसके बाद गौर ने तत्कालीन केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने एनएचएआई अफसरों को गौर के प्रस्ताव का परीक्षण कर उस पर काम करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद ही इस एलिवेटेड कॉरिडोर की अनुमति मिल गई थी।
डीपीआर में यह है प्लान
डबल डेकर एलिवेटेड फ्लाईओवर की चौड़ाई 15 मीटर 4 लेन होगी। इसे बनाने में 385 करोड़ से ज्यादा खर्च होने का अनुमान है। बीआरटीएस बनने से पहले भी यह रोड एनएचएआई के पास थी। बीआरटीएस बनते वक्त निगम को ट्रांसफर हुई थी। एलिवेटेड कॉरिडोर को ऐसे डिजाइन किया गया है कि ताकि मेट्रो रेल के साथ सड़क रूट भी साथ चले। डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से सबसे नीचे सड़क, उसके ऊपर फ्लाईओवर और तीसरी लेयर पर मेट्रो ट्रैक बनेगा।
पूरी प्लानिंग तैयार है
जीपी आर्या, एसई, पीडब्ल्यूडी ने कहा कि ,पूरी प्लानिंग तैयार हो गई है। इसका काम कब से शुरू होगा के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।