TWITTER: ट्विटर ने बुधवार को देश के प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथसिंह, राहुल गांधी, अमित शाह समेत तमाम बड़े नेताओं के ट्विटर हैंडल में 'official' लेबल लगा दिया फिर कुछ समय बाद इस लेबल को हटा लिया। कुछ ही देर बाद ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने ट्वीट किया कि - सभी ध्यान दें आने वाले समय में ट्विटर कई प्रयोग करेगा उनमें से जो कारगर साबित होगा उसे रखा जाएगा और बाकी हटाया जाएगा।
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ट्विटर ने ऐसा क्यों किया?- समझें -
कंपनी ने यह फीचर ब्लू टिक वाले अकाउंट और आफिशियल वेरिफाई अकाउंट के बीच अंतर के लिए किया है। यही कारण है कि कुछ एकाउंट्स में आफिशियल लेबल जोड़ा गया। आपको बता दें कि आफिशियल वेरिफाई लेबल पहले से वेरिफाई अकाउंट्स को नहीं मिलेगा।
क्राफर्ड ने बताया कि कि आफिशियल वेरिफाई लेबल बिजनेस पार्टनर्स, कामर्शियल कंपनियां, मिडिया आउटलेट, सरकारी अकाउंट और सेलिब्रिटीज शामिल हैं। सबसे अहम बात यह कि इस आफिशियल लेबल को खरीदा नहीं जा सकता। साथ ही इसमें आईडी वेरिफिकेशन शामिल नहीं है क्योंकि यह एक पेड सब्सक्रिप्शन है।
जानिए मोदी के अलावा किन नेताओं के अकाउंट में दिखा आफिशियल लेबल
यह आफिशियल लेबल सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कुछ अन्य ट्विटर हैंडल पर देखा गया।
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सब्सक्रिप्शन मोड पर ले जाने के तीन बड़े कारण:
1. रोजाना हो रहे 32 करोड़ रुपए के नुकसान को अवाइड कर नए माडल से रेवेन्यू बढ़ाने की तैयारी।
2. 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर को खरीदा है अब मस्क जल्द ही इसकी भरपाई करना चाहते हैं।
3. ट्विटर का कर्ज चुकाने के लिए मस्क सिर्फ एडवरटाइजर पर निर्भर नहीं रहना चाहते।
ट्विटर में हुए दो बड़े बदलाव:
कंपनी को रोजाना 40 लाख डॉलर (32.77 करोड़ रुपए) का नुकसान हो रहा था इसलिए कंपनी ने अपने एम्प्लॉइज को निकाल दिया।
ट्विटर ने हाल ही में ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन लांच किया है। अगर लोग इसे नहीं खरीदते हैं तो , वे अपना वेरिफाईड चैक मार्क खो देंगे। महीने भर के अंदर यह भारत में भी लागू होगा जिसके लिए यहां करीब 200 रूपए देने पड़ सकते हैं।