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ओवरसाइज वेस्टलाइन बन सकती है आपकी बीमारियों का कारण, एक्सपर्ट से जानें इसको कंट्रोल करने के तरीकें

ओवरसाइज वेस्टलाइन बन सकती है आपकी बीमारियों का कारण, एक्सपर्ट से जानें इसको कंट्रोल करने के तरीकें

Tips for reduce oversize waistline: वेस्टलाइन (waistline) यानी कमर का घेरा हमारे बॉडीवेट-हेल्थ (bodyweight-health) का इंडिकेटर (indicator) होता है। ओवरसाइज वेस्टलाइन (Oversized waistline) से कई शारीरिक परेशानियां (physical problems) और गंभीर बीमारियां (serious diseases) हो सकती हैं। वेस्टलाइन कंट्रोल (wasteline control) करने के लिए एक्सपर्ट्स के बताए एक्सरसाइज-ईटिंग रूल्स (exercise-eating rules) फॉलो कर सकते हैं।  

शरीर के मध्य भाग यानी कमर के घेरे में जरूरत से ज्यादा फैट हानिकारक है। यह फिटनेस लेवल को कम करती है, चलने-फिरने में दिक्कत पैदा करती है और पर्सनालिटी पर भी बुरा असर पड़ता है। इसके कारण टाइप टू डायबिटीज, हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों का रिस्क भी बढ़ जाता है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का मानना है कि वेस्टलाइन में हर 10 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी, पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम 7 फीसदी तक बढ़ा सकती है। यह रिसर्च बीएमसी मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुई है। इसी प्रकार महिलाओं और पुरुषों में कई प्रकार की बीमारियां ओवरसाइज वेस्टलाइन के कारण हो सकती हैं। इसको कंट्रोल में रखने और कम करने के लिए दुनिया भर के हेल्थ एक्सपर्ट्स ने रिसर्च के आधार पर एक्सरसाइज और ईटिंग रूल्स बताए हैं।

रोजाना 7 मिनट करें बॉडी वेट एक्सरसाइज
‘जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन एंड फिजिकल फिटनेस’ में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, रोजाना 7 मिनट की बॉडी वेट एक्सरसाइज करने से वेस्टलाइन कम होता है। इसमें 12 तरह की एक्सरसाइज शामिल होनी चाहिए- जंपिंग जैक्स, वॉल सिट, क्रंचेज, स्टेप-अप्स, स्क्वैट्स, ट्राइसेप डिप्स, हाइनीज रनिंग, लंजेज, पुशअप्स विद रोटेशन, साइड प्लैंक्स, पुश-अप्स और प्लैंक्स।
रोजाना 50-70 मिनट वॉक करना बेहद जरुरी
जिन ओवरवेट महिलाओं ने 12 हफ्तों तक हफ्ते में तीन बार 50 से 70 मिनट की वॉकिंग की, उनमें कमर का घेरा औसतन 3 सेंटीमीटर कम पाया गया। ‘जर्नल ऑफ एक्सरसाइज एंड न्यूट्रिशन बायोकेमिस्ट्री’में प्रकाशित स्टडी में कहा गया है कि वॉकिंग एक परफेक्ट कार्डियो बेस है, जो फैट और वेट कम करने में कारगर होती है। बीच-बीच में 20 से 30 मिनट की तेज वॉकिंग और जॉगिंग भी करेंगे तो और अच्छा रिजल्ट मिलेगा।
डिनर के बाद वॉकिंग करना जरुरी
जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के एक्सरसाइज साइंटिस्ट्स ने अपनी स्टडीज में पाया कि डिनर के बाद 10 मिनट की वॉकिंग, टाइप 2 डायबिटीज के संभावित मरीजों में शुगर लेवल को नहीं बढ़ने देती है। यह सुबह या दोपहर की 45 मिनट की वॉकिंग जितनी प्रभावशाली साबित होती है। भोजन करने के बाद वॉकिंग से पाचन दुरुस्त होता है और वेट कंट्रोल भी होता है।
दो मील्स के बीच होना चाहिए गैप 
न्यू कैसल यूनिवर्सिटी में मेडिसिन और मेटाबॉलिज्म के प्रोफेसर रॉस टेलर के अनुसार, कम खाना वेट लॉस और वेस्ट कंट्रोल का बेहतरीन उपाय है। 2 मील्स के बीच 10 घंटे का अंतर रखकर आप कैलोरी इनटेक पर कंट्रोल कर सकते हैं।
डेली पियो ब्लैक कॉफी 
एंजिला रस्किन यूनिवर्सिटी के पब्लिक हेल्थ प्रोफेसर ली स्मिथ के अनुसार, कॉफी में कई बायोएक्टिव प्लांट कंपोनेंट्स होते हैं। इनमें से कई वेस्टलाइन कम करने में फायदेमंद होते हैं। जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि डेली दो से तीन कप ब्लैक कॉफी पीने वाली महिलाओं के मिडिल पार्ट में फैट कम स्टोर होता है और पुरुषों के पेट पर भी कम फैट इकट् ठा होती है।
साबुत अनाज का करें सेवन

तुफ्ट यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स के न्यूट्रीशन साइंटिस्ट्स की टीम ने अपनी स्टडी में पाया कि डेली दो-तीन सर्विंग व्होल ग्रेन लेने वाले लोगों में वेस्टलाइन छोटी होती है। कैलोरी वाले और रिफाइंड फूड के बदले गेहूं, ओट्स, जौ, बाजरा लेना फायदेमंद है, क्योंकि इनमें पर्याप्त फाइबर होता है जिससे बार-बार भूख नहीं लगती है।

शिखर चंद जैन


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