राजेश सोनी, डबरा : डबरा में रविवार को आयोजित 'रन फॉर यूनिटी' मैराथन कार्यक्रम में पुरस्कार वितरण को लेकर जमकर हंगामा हो गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री इमरती देवी, और ग्रामीण जिला अध्यक्ष प्रेम सिंह राजपूत मौजूद रहे। सांसद भारत सिंह कुशवाह ने अरो तिराहे से हरी झंडी दिखाकर मैराथन को रवाना किया, जिसका समापन अग्रसेन चौराहे पर हुआ।
पुरस्कार को लेकर स्टेज पर छीना-झपटी
मैराथन समाप्त होने के बाद जब मंच पर पुरस्कार वितरण शुरू हुआ, तो स्थिति अचानक बिगड़ गई। प्रथम पुरस्कार के चेक को लेकर स्टेज पर ही प्रतिभागियों और समिति सदस्यों के बीच छीना-झपटी होने लगी। माहौल इतना गरमाया कि सुरक्षाकर्मियों को बीच-बचाव करना पड़ा। सांसद कुशवाह ने इस अव्यवस्था पर आयोजन समिति से नाराज़गी जताई और कहा कि विजेताओं का चयन सही तरीके से किया जाए और पात्र प्रतिभागियों को ही पुरस्कार दिया जाए।
वीडियोग्राफी में सामने आया सच
जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम की वीडियोग्राफी में जिन प्रतिभागियों को वास्तविक विजेता पाया गया था, उन्हें पुरस्कार न देकर पीछे दौड़ रहे प्रतिभागियों को विजेता घोषित कर दिया गया। इसी बात को लेकर प्रतिभागियों और उनके समर्थकों ने जोरदार विरोध किया। एसडीएम की मौजूदगी में प्रतिभागियों और आयोजन समिति के बीच काफी देर तक बहस चलती रही, जिसके बाद विवाद बढ़ता देख आयोजन समिति ने प्रथम पुरस्कार रोक दिया।
समिति का तर्क, विजेता डबरा के नहीं थे
आयोजन समिति ने अपने बचाव में कहा कि वीडियोग्राफी में जो धावक प्रथम आए हैं, वे डबरा के निवासी नहीं हैं, जबकि यह मैराथन केवल डबरा विधानसभा क्षेत्र के प्रतिभागियों के लिए आयोजित की गई थी। इस आधार पर बाहरी प्रतिभागियों को पुरस्कार न देने का फैसला लिया गया और यही हंगामे की मुख्य वजह बनी।
स्थानीय लोगों में नाराज़गी
प्रतिभागियों का कहना है कि आयोजन समिति ने नियमों की जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं दी, जिस कारण दौड़ में शामिल बाहरी धावकों को भी अधिकृत रूप से भाग लेने दिया गया। इसके बाद अचानक स्थानीय प्रतिभागियों के नियम का हवाला देकर पुरस्कार रोकना अन्यायपूर्ण है। विवाद के बाद कई प्रतिभागियों ने मांग की है कि वीडियोग्राफी के आधार पर निष्पक्ष जांच हो और वास्तविक विजेताओं को सम्मान दिया जाए।