Minister Inder Singh Parmar : मध्यप्रदेश की मोहन सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने अपने विवादित बयान को लेकर आखिरकार माफी मांगनी पड़ी। परमार ने कहा कि राजा राममोहन राय के संबंध में उनके द्वारा उपयोग किए गए शब्द त्रुटिवश निकल गए, उनका उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं था।
विपक्ष का निशाना
दरअसल, आगर मालवा में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के कार्यक्रम में परमार ने अपने संबोधन के दौरान राजा राममोहन राय को “अंग्रेजों का दलाल” और “जातियों में बांटने वाला” कहा था। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया था। विपक्ष ने सवाल उठाया कि जिस समाज सुधारक ने सती प्रथा जैसी कुरीति खत्म कर महिलाओं को नया जीवन दिया, उसे ‘अंग्रेजों का दलाल’ कहना ठीक नहीं है।
मंत्री जी की माफी
बयान पर दबाव बढ़ता देख मंत्री परमार ने सफाई देते हुए कहा कि उनका आशय गलत तरीके से प्रस्तुत हुआ है और वे अपने शब्द वापस लेते हैं। हालांकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि बंगाल चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए पार्टी ने विवाद शांत करने के लिए उनसे माफी मंगवाई है।
मंत्री परमार का बयान
आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को मंत्री परमार ने अपने भाषण में यह भी कहा था कि अंग्रेजों ने मिशनरी स्कूलों के माध्यम से 'आस्था बदलने की साजिश' रची थी और राजा राममोहन राय को 'फर्जी समाज सुधारक' के रूप में पेश किया गया। मंत्री ने बिरसा मुंडा को सच्चा विद्रोही और अंग्रेजी शासन के खिलाफ खड़े होने वाला बताकर उनकी तुलना मिशनरी शिक्षा से जुड़े विवाद से की थी।