Karwa Chauth 2021 करवा चौथ का व्रत सुहागन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। वहीं दूसरी ओर इस व्रत को कुंवारी लड़कियां भी सुयोग्य वर पाने के लिए कर सकती हैं। लेकिन कुंवारी लड़कियों के लिए करवा चौथ व्रत (Karwa Chauth Vrat) के कुछ नियम भी बताएं गए हैं। अगर कुंवारी लड़कियां करवा चौथ पर इन नियमों (Karwa Chauth Ke Niyam) का पालन करती हैं तो निश्चित ही उन्हें किसी सुयोग्य वर की प्राप्ति होगी। इसलिए कुंवारी लड़कियों को इस व्रत में इन नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए तो आइए जानते हैं कुंवारी लड़कियां करवा चौथ का व्रत कैसे करें और इस व्रत के नियम क्या हैं।
कुंवारी कन्याओं के लिए करवा चौथ व्रत के नियम
- कुंवारी लड़कियों को करवा चौथ के दिन निर्जल व्रत नहीं रखना चाहिए। लेकिन वह निराहार व्रत रख सकती हैं।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को किसी सुहागन की बची हुई मेंहदी को अपने हाथ पर अवश्य लगाना चाहिए। ऐसा करना अत्यंत ही शुभ माना जाता है।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को किसी भी प्रकार का श्रृंगार नहीं करना चाहिए। उन्हें यह व्रत पूर्ण रूप से सादगी के साथ रखना चाहिए।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को भगवान शिव और माता गौरी की पूजा अवश्य करनी चाहिए और करवा पूजना चाहिए।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को चंद्रमा को अर्ध्य नहीं देना चाहिए बल्कि तारों को अर्ध्य देकर अपना व्रत खोलना चाहिए।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को भगवान शिव और माता पार्वती को मीठे का भोग लगाना चाहिए और स्वंय भी उन्हें मीठे से ही व्रत खोलना चाहिए।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को किसी को भी सुहाग का समान नहीं देना चाहिए। क्योंकि कुंवारी होने की वजह से उन्हें भी सरगी नहीं मिलती।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को पूजन के लिए भी छलनी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- करवा चौथ के दिन किसी भी कुंवारी लड़कियों को सुहागन स्त्री का अपमान नहीं करना चाहिए और न ही किसी को अपशब्द कहने चाहिए।
- करवा चौथ के दिन कुंवारी लड़कियों को किसी भी रूप में सुहाग का समान घर से बाहर नहीं फेंकना चाहिए क्योंकि ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। INH24x7 इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)