दिल्ली: सोमवार (10 नवंबर) की शाम दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी एक कार में जोरदार धमाका हो गया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। 12 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 26 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों का इलाज दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। धमाके के बाद राजधानी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। घटना स्थल पर दिल्ली पुलिस, फॉरेंसिक टीम और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीमें जांच में जुटी हैं।
लाल किला मेट्रो स्टेशन 13 नवंबर तक रहेगा बंद
विस्फोट की चपेट में आने से लाल किला मेट्रो स्टेशन को भी नुकसान पहुंचा है, जिसके चलते इसे 13 नवंबर तक बंद रखने का फैसला किया गया है। दिल्ली मेट्रो प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे देश में रेड अलर्ट जारी किया है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी ने सघन जांच अभियान चलाया। स्निफर डॉग्स की मदद से वाहनों और यात्रियों की तलाशी ली जा रही है।
हावड़ा सिटी पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार त्रिपाठी और आरपीएफ के सीनियर कमिश्नर रघुवीर चौका ने कहा कि शहर के प्रमुख इलाकों में लगातार नाका चेकिंग और सुरक्षा जांच जारी है।
संदिग्ध आतंकी डॉ. उमर पर जांच का फोकस
जांच एजेंसियों को शक है कि धमाके के पीछे आतंकी डॉ. उमर का हाथ है। सूत्रों के अनुसार, ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई i20 कार को उमर ही चला रहा था। पार्किंग की सीसीटीवी फुटेज में भी एक शख्स को कार में बैठते और निकलते देखा गया है, जिसकी पहचान उमर के रूप में की जा रही है।
खबर है कि फरीदाबाद मॉड्यूल के खुलासे के बाद उमर को पता चल गया था कि एजेंसियां उसकी निगरानी कर रही हैं। धमाके से पहले वह करीब तीन घंटे तक लाल किला पार्किंग में रुका रहा और उसके बाद कार लेकर वहां से निकल गया। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि उसका वहां क्या उद्देश्य था और क्या किसी से मुलाकात हुई थी।
पीएम मोदी बोले – “देश ऐसे षड्यंत्रों से नहीं डरेगा”
दिल्ली धमाके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान से प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कल शाम दिल्ली में जो दुखद घटना हुई, उसने हर भारतीय का दिल दहला दिया है। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हमारी एजेंसियां लगातार जांच में जुटी हैं। इस षड्यंत्र के पीछे जो भी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। भारत ऐसे कायराना हमलों से नहीं डरेगा।”